दैववश का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- राजा के अफसोस करने पर , मूर्तिकार ने बताया, कि यह सब दैववश हुआ है, और यह मूर्तियां ऐसे ही स्थापित होकर पूजी जायेंगीं।
- राजा के अफसोस करने पर , मूर्तिकार ने बताया , कि यह सब दैववश हुआ है , और यह मूर्तियां ऐसे ही स्थापित होकर पूजी जायेंगीं।
- अवसर का लाभ उठाकर चोरों ने राजकोष से चुराया हुआ धन दैववश साधु वैश्य के सामान में छुपा दिया और चुपचाप अपने अपने स्थान पर आकर सो गए।
- वहां श्रीरामजी ने उनको बताया कि चूंकि वह दैववश ही रावण द्वारा हर ली गयी थी और उनका कर्तव्य था कि उसकी कैद से श्रीसीता को मुक्त करायें।
- दैववश जिसका सब कुछ नष् ट हो गया पर धैर्य , चित् त् ा की प्रसन् नता , आशा , धर्म पर दृढ़ता , आत् म-गौरव और सत् य पर अटल विश् वास बना है उसका मानो सब बना है।
- इसके अलावा अगर उस इलाके में जहाँ चुनाव प्रक्रिया लागू हो , दैववश वहाँ या आसपास कोई आपदा आ जाये तो आचार संहिता के कारण वहाँ पीड़ितों को राहत देने की घोषणा न करना या राहत न दे पाना , यह कहाँ का सदाचार है।
- इसके अलावा अगर उस इलाके में जहाँ चुनाव प्रक्रिया लागू हो , दैववश वहाँ या आसपास कोई आपदा आ जाये तो आचार संहिता के कारण वहाँ पीड़ितों को राहत देने की घोषणा न करना या राहत न दे पाना , यह कहाँ का सदाचार है।
- 7 - जब संसार में ब्राह्मणद्रोही आर्य मर्यादा का उल्लंघन करने वाले नारकीय क्षत्रिय अपने नाश के लिये ही दैववश बढ़ जाते हैं और पृथ्वी के कांटे बन जाते हैं , तब भगवान् महापराक्रमी परशुराम के रूप में अवतीर्ण होकर अपनी तीखी धारवाले फरसे से इक्कीस बार उनका संहार करते हैं।
- हाथ पर हाथ धरे , बैठे-बैठे सोचते हैं दैववश अच्छे दिन, सबके ही आते हैं भाग्यवादी कायरों की, यही है पहचान कि बाबा वो मलूकदास, मन को लुभाते हैं जड़-बुद्धि जनता की, दिशाहीन सोच का जी अवसरवादी नित, फायदा उठाते हैं धर्म-धुरंधर और, वाहक परंपरा के नागपंचमी तो हम, रोज ही मनाते हैं (२)
- ( शर्ीमद् भागवतः 4.20.24.25 ) उत्तम कीितर् वाले पर्भो ! सत्संग मंे आपके मंगलमय सुयश को दैववश एक बार भी सुन लेने पर कोई पशुबुिद्ध पुरुष भले ही तृप्त हो जाये ; गुणगर्ाही उसे कैसे छोड़ सकता है ? सब पर्कार के पुरुषाथोर्ं की िसिद्ध के िलए स्वयं लक्ष्मी जी भी आपके सुयश को सुनना चाहती हँू।