धुँधलाई का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- मुजफ्फरपुर से दिल्ली तक की यात्रा कर चुका एकलव्य अपने शहर लौट कर द्रोणाचार्य की भूमिका में आ गया था - खेल को ले कर होनेवाली राजनीति और उपेक्षा की कहानियाँ अब भी धुँधलाई नहीं थीं - लेकिन अभिभावकों का रुख अब बदलने लगा था - शहर के बच्चों में जैसे अर्जुन बनने की होड़ लगी थी . ..
- नज़र पाँवों की धुँधलाई पड़ी है थकन के खूब सारे अश्कों से , चलते हैं ना देख पाते हैं, वो वादा हमकदम हो जाने का वो वादा आज फिर से भेजो ना इन्हें रस्ता दिखे चलने लगे ये कानों को बहुत शिकायत है ना आवाज़ लाती हूँ तुम्हारी ना ही परोसती हूँ वो हँसी जिनकी आदत-सी पड़ी गयी थी इन्हें ...
- चाहते तो थे कि लिखें गंभीरता और पूरी संजीदगी से उस सफर के विषय में जो शुरु होती है शून्य से और आती है शायद किसी सुदूर भविष्य में आधी ज़मीन तक , कुछ रौशनी की धुँधलाई परछाई दिखने लगी है लेकिन जहाँ अब भी एक ऐसा अबोला अनवरत युद्ध छिडा है जहाँ हर वक्त अपने को साबित करने की थका देने वाली लडाई से जूझ रही है औरत ।
- चाहते तो थे कि लिखें गंभीरता और पूरी संजीदगी से उस सफर के विषय में जो शुरु होती है शून्य से और आती है शायद किसी सुदूर भविष्य में आधी ज़मीन तक , कुछ रौशनी की धुँधलाई परछाई दिखने लगी है लेकिन जहाँ अब भी एक ऐसा अबोला अनवरत युद्ध छिडा है जहाँ हर वक्त अपने को साबित करने की थका देने वाली लडाई से जूझ रही है औरत ।
- पड़ोसियों के कन्धों पर लदकर मुझे जाना है और तुम्हें बाद में घड़ियाली आंसू बहाना है पर चिंतित हूं केवल तुम्हारी बूढ़ी मां के लिए , जो देहरी के अन्दर घुटनों को हाथों से टेकती मुश्किल से उठकर सांझ के ओसारे में दीया-बाती लेसकर धुँधलाई आँखों से आसरा जोह रही है और मद्धिम रोशनी में जलते तवे पर घिस गई हथेलियों से अपनी कोख सहलाते हुए मन के फफोले गिन रही है।