धूआँ का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- यादें . ....!!! “यू उठा तेरी यादो का धूआँ जैसे चिराग बुझा हो अभी अभी”॥ क्यों याद आता है ,वो गुज़रा ज़माना जो नामुमकिन है,लौट के वापस आना | वो ठंडी ...
- वही गीली लकडियाँ उसी शहतूत की , धूआँ दे रही हैं,शायद, और ये वजह है,मेरे आँसुओं की और मैं फ़िर सोचता हूँ, एक दम तन्हा, क्यों रोईं थीं तुम उस दिन...........!
- वही गीली लकडियाँ उसी शहतूत की , धूआँ दे रही हैं,शायद, और ये वजह है,मेरे आँसुओं की और मैं फ़िर सोचता हूँ, एक दम तन्हा, क्यों रोईं थीं तुम उस दिन...........!
- मेरे वीरानों को घेरा है इसने एक गूँज बनकर मेरे हृदय को भेदा है इसने एक शूल बनकर , नज़र जहाँ तक जाती है फैली हुई है यह धूआँ बनकर ।
- वही गीली लकडियाँ उसी शहतूत की , धूआँ दे रही हैं,शायद, और ये वजह है,मेरे आँसुओं की और मैं फ़िर सोचता हूँ, एक दम तन्हा, क्यों रोईं थीं तुम उस दिन...........! बेहतरीन अभिव्यक्ति
- वही गीली लकडियाँ उसी शहतूत की , धूआँ दे रही हैं,शायद, और ये वजह है,मेरे आँसुओं की और मैं फ़िर सोचता हूँ, एक दम तन्हा, क्यों रोईं थीं तुम उस दिन...........! बेहतरीन अभिव्यक्ति
- वही गीली लकडियाँ उसी शहतूत की , धूआँ दे रही हैं,शायद, और ये वजह है,मेरे आँसुओं की और मैं फ़िर सोचता हूँ, एक दम तन्हा, क्यों रोईं थीं तुम उस दिन...........! अंतर्मन को उद्देलित करती पंक्तियाँ, बधाई....
- वही गीली लकडियाँ उसी शहतूत की , धूआँ दे रही हैं,शायद, और ये वजह है,मेरे आँसुओं की और मैं फ़िर सोचता हूँ, एक दम तन्हा, क्यों रोईं थीं तुम उस दिन...........! अंतर्मन को उद्देलित करती पंक्तियाँ, बधाई....
- लाल सलाम एक ज़माना था बहुत गुस्सा आता था दिल करता था के धूआँ उगलने वाली चिमनियों को बुझा दूं उस फॅक्टरी में आग लगा दूं सारी लाचारी मिटा दूं फिर , फिर मुझे नौकरी मिल गयी |
- दो मुर्गी थी चार बकरियां इक थाली इक लोटा था कच् चा चूल् हा धूआँ भरता खिड़की ना वातायन था एक ओढ़नी पहने धरणी बरखा टपके कुटिया पर एक गाँव में देखा मैंने सुख को बैठे खटिया पर।