ध्रुवक का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- अवशोषक ध्रुवक , जहां उपकरण के द्वारा अवांछित ध्रुवीकरण अवस्थाओं का अवशोषण किया जाता है, और किरणपुंज-विभाजक ध्रुवक, जहां अध्रुवीकृत किरणपुंज को दो विपरीत ध्रुवीकरण अवस्थाओं वाले किरणपुंज में विभाजित किया जाता है।
- अवशोषक ध्रुवक , जहां उपकरण के द्वारा अवांछित ध्रुवीकरण अवस्थाओं का अवशोषण किया जाता है, और किरणपुंज-विभाजक ध्रुवक , जहां अध्रुवीकृत किरणपुंज को दो विपरीत ध्रुवीकरण अवस्थाओं वाले किरणपुंज में विभाजित किया जाता है।
- अवशोषक ध्रुवक , जहां उपकरण के द्वारा अवांछित ध्रुवीकरण अवस्थाओं का अवशोषण किया जाता है, और किरणपुंज-विभाजक ध्रुवक , जहां अध्रुवीकृत किरणपुंज को दो विपरीत ध्रुवीकरण अवस्थाओं वाले किरणपुंज में विभाजित किया जाता है।
- आजकल प्रचलित बहुत सारे माइक्रोवेव उपकरण जैसे वेव गाईड , ध्रुवक, परावैद्युत लैंस, विद्युतचुम्बकीय विकिरण के लिये अर्धचालक संसूचक, इन सभी उपकरणों का उन्नींसवी सदी के अंतिम दशक में बोस ने अविष्कार किया और उपयोग किया था।
- आजकल प्रचलित बहुत सारे माइक्रोवेव उपकरण जैसे वेव गाईड , ध्रुवक, परावैद्युत लैंस, विद्युतचुम्बकीय विकिरण के लिये अर्धचालक संसूचक, इन सभी उपकरणों का उन्नींसवी सदी के अंतिम दशक में बोस ने अविष्कार किया और उपयोग किया था।
- आजकल प्रचलित बहुत सारे माइक्रोवेव उपकरण जैसे वेव गाईड , ध्रुवक, परावैद्युत लैंस, विद्युतचुम्बकीय विकिरण के लिये अर्धचालक संसूचक, इन सभी उपकरणों का उन्नींसवी सदी के अंतिम दशक में बोस ने अविष्कार किया और उपयोग किया था।
- आजकल प्रचलित बहुत सारे माइक्रोवेव उपकरण जैसे वेव गाईड , ध्रुवक, परावैद्युत लैंस, विद्युतचुम्बकीय विकिरण के लिये अर्धचालक संसूचक, इन सभी उपकरणों का उन्नींसवी सदी के अंतिम दशक में बोस ने अविष्कार किया और उपयोग किया था।
- ध्रुवक कोण पर परावर्तित प्रकाश में कंपनों के आपात तल से समकोणिक होने का तात्पर्य स्पष्टत : यह है कि यदि आपाती किरण के कंपन आपात तल में हों, तो उसका परावर्तन ध्रुवक कोण पर बिल्कुल ही नहीं, होता।
- ध्रुवक कोण पर परावर्तित प्रकाश में कंपनों के आपात तल से समकोणिक होने का तात्पर्य स्पष्टत : यह है कि यदि आपाती किरण के कंपन आपात तल में हों, तो उसका परावर्तन ध्रुवक कोण पर बिल्कुल ही नहीं, होता।
- ध्रुवक कोण पर परावर्तित प्रकाश में कंपनों के आपात तल से समकोणिक होने का तात्पर्य स्पष्टत : यह है कि यदि आपाती किरण के कंपन आपात तल में हों, तो उसका परावर्तन ध्रुवक कोण पर बिल्कुल ही नहीं, होता।