नाक़ाबिल का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- बच्चों की स्थिति के लिए कुछ लोग काम के बोझ से दबे जांचकर्ताओं और नाक़ाबिल प्रबंधन पर आरोप मढ़ते हैं तो कुछ कहते हैं कि परिवारों को साथ रखने का सरकारी अभियान इसकी जड़ है .
- लेकिन 26 / 11 की बात ही कुछ और है , इस हमले में पहली बार आतंकवादी अपने मंसूबों में न सिर्फ़ कामयाब हो गये हैं बल्कि नेता नाक़ाबिल , नौकरशाही बेढंगी और पुलिस तंत्र अशक्त हो चुका है।
- अमेरिका में बॉडी लैंग्वेज ने पहले ही हफ्ते में 43 , 000 की बिक्री हासिल की, और उसके दूसरे ही हफ्ते उसमें भारी गिरावट आ गई.[84] 'द वॉल स्ट्रीट जर्नल ' ने मिनोग को “एक ऐसी अंतर्राष्ट्रीय सुपर स्टार” बताया “जो अमेरिकी बाज़ार को फतह करने में सदा के लिए नाक़ाबिल नज़र आती है.”
- मतलब साफ़ है कि नो-वोटिंग का ऑप्शन चुनकर आप ना सिर्फ़ नाक़ाबिल नेताओं को सदन तक जाने से रोक सकते हैं , बल्कि पढ़े-लिखे और समझदार लोगों की ऐसी नई पौध को भी अपना नुमाइंदा बना सकते हैं, जो आमतौर पर ईमानदार होने के बावजूद राजनीतिक पार्टियों में चमचागिरी में कमज़ोर होने की वजह से पीछे छूट जाते हैं।
- और इस क्रिया को किसी उपयोग के काबिल होने की उम्मीद कैसे की जा सकती है जिसके तहत उन लोगों को ऐसी स्थिति में धकेला जा रहा है जिन्होंने एक बच्चे को शिक्षित करने में गलतियाँ कीं , जो कि उस समय उतना ही नाक़ाबिल ए-इसलाह था ;जिसको सुधारा न जा सकेद्ध जितना कि आज भी हम लोगों के लिए है।
- दांतों के बीच जीभ दबाये गफ़ूर जब पग्गड़ बांधते होते तो फिर पग्गड़ ही बांधते होते , नज़र सामने की नोक में बनी रहती और पट्टे फेंटते व उसे ठोंक-बजाकर माथे पर साटते वक़्त फिर दुनिया का अन्य कोई मसला (या मसाला) गफ़ूर को उनके खुशपने की सौ फ़ीसदी केन्द्रीयता से अलग कर सकने में पूरी और बुरी तरह नाक़ाबिल होता.
- दांतों के बीच जीभ दबाये गफ़ूर जब पग्गड़ बांधते होते तो फिर पग्गड़ ही बांधते होते , नज़र सामने की नोक में बनी रहती और पट्टे फेंटते व उसे ठोंक-बजाकर माथे पर साटते वक़्त फिर दुनिया का अन्य कोई मसला (या मसाला ) गफ़ूर को उनके खुशपने की सौ फ़ीसदी केन्द्रीयता से अलग कर सकने में पूरी और बुरी तरह नाक़ाबिल होता.
- दांतों के बीच जीभ दबाये गफ़ूर जब पग् गड़ बांधते होते तो फिर पग् गड़ ही बांधते होते , नज़र सामने की नोक में बनी रहती और पट्टे फेंटते व उसे ठोंक-बजाकर माथे पर साटते वक़्त फिर दुनिया का अन् य कोई मसला ( या मसाला ) गफ़ूर को उनके खुशपने की सौ फ़ीसदी केन् द्रीयता से अलग कर सकने में पूरी और बुरी तरह नाक़ाबिल होता .
- देवी नागरानी अनकही यादें मूक ज़ुबान कुछ कहने की कोशिश में फिर भी नाक़ाबिल रही नहीं बयां कर पाई उन अहसासों को जो उमड़ घुमड़ कर यादों के सागर की तरह उसकी प्यसी ज़ुबाँ के अधर तक आ तो जाते हैं पर अधूरी सी भाषा में वह अनकही दास्तां बिना कहे , फिर मौन रह जाती है यह बेबसी है उसके सिये हुऐ लबों की जो आज़ादी के नाम पर अब भी दहशतों की गुलामी में जकड़े हुए हैं.