नागरबेल का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- मतलब कि हीम जैसे ठंडक कत्थे से , चुने की आज , करावत से सुपारी कटती है और नागरबेल राणी के लिए सबकुछ किया जाता है !
- नागरबेल का पान और तुलसी पत्र को कपिला गाय के दूध में पीस कर उसका मस्तक पर तिलक लगाने से समस्त जन वश में हो जाते हैं।
- तांबूल के अतिरिक्त नागवल्ली , नागवल्लीदल , तांबूली , पर्ण ( जिससे हिंदी का पान शब्द निकला है ) , नागरबेल ( गुजराती ) आदि इसके नाम हैं।
- तांबूल के अतिरिक्त नागवल्ली , नागवल्लीदल , तांबूली , पर्ण ( जिससे हिंदी का पान शब्द निकला है ) , नागरबेल ( गुजराती ) आदि इसके नाम हैं।
- * बिना खांसी के कफ बढ़ा हो तो अदरक , नागरबेल का पान और तुलसी के पत्तों का रस निकालकर उसमें शहद मिलाकर सेवन करने से कफ दूर हो जाता है।
- * बिना खांसी के कफ बढ़ा हो तो अदरक , नागरबेल का पान और तुलसी के पत्तों का रस निकालकर उसमें शहद मिलाकर सेवन करने से कफ दूर हो जाता है।
- बलगम खांसी एवं हरा नजला में राहत के लिए : अदरक का रस , पान ( नागरबेल , पान का पत्ता ) का रस और शहद तीनो बाराबर मात्रा में लेकर ठीक से मिला लें .
- 5 - 5 ग्राम की मात्रा में केले का खार ( रस ) , दोनों हल्दी , मूली के बीज , हरताल , देवदारू और शंख को एक साथ पीसकर रख लें , फिर इसे नागरबेल के पत्तों के रस या नीम के तेल में मिलाकर लेप करने से लाभ होता है।
- वीर्यदोषः 50 ग्राम करेले का रस , 25 ग्राम नागरबेल के पत्तों का रस , 10 ग्राम चंदन का चूर्ण , 10 ग्राम गिलोय का चूर्ण , 10 ग्राम असगंध ( अश्वगंधा ) का चूर्ण , 10 ग्राम शतावरी का चूर्ण , 10 ग्राम गोखरू का चूर्ण एवं 100 ग्राम मिश्री लें।
- प्याज का रस पिलाएं इमली का पानी दें कामदुधा रस चंदन या कोई शीतल शर्बत के साथ दो-दो घंटे पर दें ] श्वास कुठार रस , नागरबेल के पान से दें-चंदन और कपूर घिसकर बदन पर लगाएं , इससे ठंडक रहेगी ] नीम की लकड़ी और लाल चंदन पानी में घिसकर और कलमी शोरा मिलाकर बदन पर लगाएं , ठंडक रहेगी।