नैनू का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- जबकि उसकी माता इस फेर में थी कि थोड़ा सा चख भर ले , बाकि जो बचे वह उपलों की आग पर रख खर करते हुए घी बनाये....लेकिन बच्चा डटा था कि मुझे और 'नैनू' चाहिये :-)
- जिस वक्त मट्ठा मथा जा रहा था उस समय उसका बेटा बगल में इस उम्मीद से खड़ा था कि मट्ठा मथने से जो उपरी सतह पर ' नैनू ' ( मक्खन ) उतरायेगा तो वह खाने मिलेगा।
- जिस वक्त मट्ठा मथा जा रहा था उस समय उसका बेटा बगल में इस उम्मीद से खड़ा था कि मट्ठा मथने से जो उपरी सतह पर ' नैनू ' ( मक्खन ) उतरायेगा तो वह खाने मिलेगा।
- जबकि उसकी माता इस फेर में थी कि थोड़ा सा चख भर ले , बाकि जो बचे वह उपलों की आग पर रख खर करते हुए घी बनाये .... लेकिन बच्चा डटा था कि मुझे और ' नैनू ' चाहिये : - )
- जबकि उसकी माता इस फेर में थी कि थोड़ा सा चख भर ले , बाकि जो बचे वह उपलों की आग पर रख खर करते हुए घी बनाये .... लेकिन बच्चा डटा था कि मुझे और ' नैनू ' चाहिये : - )
- ज्ञापन देने वालों में सफाई कर्मचारी आन्दोलन समिति के संयोजक कृष्णगोपाल , दिनेश कुमार , सुमित , वाल्मीकि , ओम प्रकाश , हीरा चक्रवर्ती , सुशील नैनू छाचर , सोनू , राहूल , शिवा खरे , सुरेन्द्र चैहान , बनें सिंह ताराना , गिर्राज बेधडक , संजय वधनिया आदि थे।
- इस अभाव की पूर्ति हेतु क्षेत्रीय सांस्कृतिक केन्द्र आगरा द्वारा आयोजित ‘ लोक स्वर ‘ कार्यक्रम में चैधरी हीरासिंह के नेतृत्व में नैनू पट्टी रामसिंह के बम्म वादक-गायक चेतराम सिंह , ढोला गायक सुग्रीव सिंह एवं श्रीमती कमला देवी चैधरी और साथी महिला कलाकारों का दल तथा ग्रामीण अंचल छौली के राके ” ा सिंह व अन्य कलाकार ‘
- संस्कार भारती के महामंत्री सुरेश सक्सेना की जानकारी के अनुसार नववर्ष मेला समिति जुबली पार्क में आयोजित मेले में ख्याति प्राप्त कलाकार हेमन्त ब्रजवासी महाभारत धारावाहिक में शंख का जादू बिखरने वाले रामजन्म योगी बनारस ख्याति प्राप्त अलगोजा वादक द्वारका प्रसाद यादव चित्रकूट और नगाड़े के सुप्रसिद्ध कलाकार बादशाह खान तथा नैनू पट्टी के चैधरी हीरा सिंह और मुरारी लाल तिवारी एंड पार्टी के कलाकार भाग ले रहे हैं।
- हो तो उसको बारह सेर दूध में औटावे उस दूध को जमा कर दही बनाये , दही होने पर नैनू निकाल ले उसका घी तिला समझ कर पान में रख कर सुरती वाले को खाने को देवे ,कमजोर नसवाले को मक्खन में रखकर देवे और उसी का मालिश करे फुंसी हो गई हो तो धोया हुआ घी लगाकर उपर से पान बाँध देवे ,,जिसका अम्ल बढ गया हो उसको पान में तिला घी लगाकर खाने को देवे ,परंतु परहेज करे अर्थात खट्टा, तीखा ज्यादा तेल आदि न खाय |