पदरज का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- आसमां की ओर इंगित कर , कवि विनोद पदरज ने कहा, “सायं हुई और कौवे, कांव․․․․कांव․․․․ करते हुए सरकारी भवनों की ओर उड़ चले।
- और अब कवि विनोद पदरज , विनोद पूर्वक पूछते हैं कि काक , सरकारी परिसर में ही रैन बसेरा क् यों करते हैं ?
- स्वतंत्रता सेनानियों के पदरज से पावन इस पुण्यभूमि की शहीदी गाथाओं , त्यागों और बलिदानियों की कहानियाँ सुनने के लिए भी लोग निरंतर आ रहे है।
- हम अपने नहीं , बल्कि अपने देश के , हम अपने भाइयों की पदरज के समान हैं - यह शिक्षा ही संपूर्ण शिक्षाओं की सार शिक्षा है।
- कार्यक्रम के दूसरे चरण में क्रमश : डॉ रेणु व्यास ने विनोद पदरज की कविता पर और डॉ राजेन्द्र सिंघवी ने अनंत भटनागर की कविता पर समीक्षालेख पढ़े।
- बेंकिंग सेक्टर में प्रबंधक की भूमिका निभाने वाले विनोद पदरज भी अपनी सादगी के साथ चकाचौंध की इस दुनिया से बहुत दूर गम् भीर कविता लेखन में व्यस्त हैं।
- आसमां की ओर इंगित कर , कवि विनोद पदरज ने कहा , '' सायं हुई और कौवे , कांव ․․․․ कांव ․․․․ करते हुए सरकारी भवनों की ओर उड़ चले।
- सवाई माधोपुर के विनोद पदरज और अजमेर के अनंत भटनागर ने सामान्य श्रोताओं के मध्य नई कविता का प्रभावी पाठ किया और मुक्त छंद की कविता को वाचिक परंपरा से जोड़ने का सफल प्रयत्न किया।
- कार्यक्रम के पहले चरण में सवाईमाधोपुर से आये राजस्थान के प्रतिबद्ध कवि विनोद पदरज ने बेटी के हाथ की रोटी , शिशिर की शर्वरी , दादी माँ , उम्र आदि शीर्षक कविताओं का प्रभावपूर्ण पाठ किया।
- इसमें डॉ . हरिराम आचार्य (संस्कृत), देवदीप (बांग्ला), विनोद पदरज, गोविन्द माथुर, अम्बिका दत्त, कैलाश मनहर, रेवती रमण शर्मा, अंजता देव (हिन्दी) और किशोर पारीक (राजस्थानी), फारूख इंजीनियर, आदिल रजा मंसूरी (उर्दू) व हरीश करमचंदाणी (सिंधी) में काव्य पाठ करेंगे।