पवर्ग का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- उपूपध्मानियानाम ओष्ठः अर्थात ऊ , पवर्ग ( प , फ , ब , भ , म ) का उच्चारण ओठ से किया जाता है।
- उपूपध्मानियानाम ओष्ठः अर्थात ऊ , पवर्ग ( प , फ , ब , भ , म ) का उच्चारण ओठ से किया जाता है।
- ऊपू पध्मानीयानाम ओष्ठः ” अर्थात ऊ एवं पवर्ग ( प , फ , ब , भ ) का उच्चारण ओठों से किया जाता है .
- इस उच्छ्वास की यह विशेषता उल्लेखनीय है कि इसमें कथावक्ता का ओष्ठ उसकी प्रेयसी द्वारा काटे जाने के कारण ओष्ठ से उच्चार्यमाण पवर्ग के वर्णों का प्रयोग नहीं हुआ है।
- इस उच्छ्वास की यह विशेषता उल्लेखनीय है कि इसमें कथावक्ता का ओष्ठ उसकी प्रेयसी द्वारा काटे जाने के कारण ओष्ठ से उच्चार्यमाण पवर्ग के वर्णों का प्रयोग नहीं हुआ है।
- इसी प्रकार तवर्ग में हिन्दी , बिन्दी , धन्धा , कन्धा , गन्दा आदि शब्द इसी प्रकार लिखे जाएंगे और पवर्ग में पम्प , खम्भा , आदि इस प्रकार लिखे जाएंगे।
- चित्र लिपि से देवनागरी के विकास की बात समझनी हो तो पवर्ग सबसे अच्छा उदाहरण है जिसमें उच्चारण के समय ओष्ठद्वय ठीक उसी प्रकार की सरंचना बनाते हैं जिस प्रकार से पवर्ग के वर्ण लिखे जाते हैं .
- चित्र लिपि से देवनागरी के विकास की बात समझनी हो तो पवर्ग सबसे अच्छा उदाहरण है जिसमें उच्चारण के समय ओष्ठद्वय ठीक उसी प्रकार की सरंचना बनाते हैं जिस प्रकार से पवर्ग के वर्ण लिखे जाते हैं .
- लेकिन मैं इस मत का हूँ कि “ टवर्ग ” , “ तवर्ग ” और “ पवर्ग ” के लिए क्रमशः “ ण ” , “ न ” और “ म ” के प्रयोग को वापस लाया जाना चाहि ए.
- मैंने जब बताया कि कवर्ग से लेकर पवर्ग और अन्य स्वरों व अक्षरों की रचना इस आधार पर है कि मानव मुख से निकलने वाली हर संभव आवाज़ को अलग सा बोला व लिखा जा सके - तो यह जानकारी उनके लिए भी नई थी।