पाक़ीज़ा का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- शुरुआत कर रहे हैं लता मंगेशकर के गाए फ़िल्म ' पाक़ीज़ा ' के गीत “ मौसम है आशिक़ाना ” से।
- लम्हा सहाब पाक़ीज़ा रोशनी मरासिम सुनहरा इज़हार मज़ाक़ तस्कीं उम्मीद धूल दोपहर धुँध छाँव हसीन समन्दर लम्हा नव वर्ष बूँदें चेहरा
- वास , बास और बजाज से ही ध्यान आया पाक़ीज़ा के बहुश्रुत गीत इन्हीं लोगों ने ले लीन्हा दुपट्टा मेरा ...
- तब सलीम उसका नाम पाक़ीज़ा रख देता है और कानूनी तौर पर निका़ह करने के लिये एक मौलवी के पास जाता है।
- लबों का ये हर सू हमने गुल्लक में . .. रतजगे हर सू कितनी पाक़ीज़ा ... दिखे हर सू होके शामि ल. ..
- ऐसे घर में पहुंचते ही मुझे पाक़ीज़ा फिल्म का वह डायलॉग “पांव जमीन पर मत रखना मैले हो जाएंगे” स्मरण हो जाता है।
- 1972 में अपनी आखिरी फिल्म “ पाक़ीज़ा ” की रिलीज के तीन सप्ताह बाद 31 मार्च , 1972 को उनका इंतकाल हो गया।
- इश्क़ तो वह पाक़ीज़ा जज़्बा है जो एक बाज़ारी औरत के आंचल के बोसे के इंतिज़ार में भी सारी उम्र गुज़ार देता है .
- वह भले ही क्षणभंगुर है या अहम है या पाक़ीज़ा है , परन्तु उसमें बराबर की हिस्सेदारी की तरह अकेलेपन और हमदर्दी का समावेश है।
- कैफ़ भोपाली का नाम याद आते ही याद आते हैं फ़िल्म ' पाक़ीज़ा' के दो गीत “तीर-ए-नज़र देखेंगे” और “चलो दिलदार चलो, चाँद के पार चलो”।