पिशाचनी का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- 2 - पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र में बहेड़े का पचा लकर उसे घर में पूजा के स्थान पर रखने से उसके ऊपर घातक त्रांत्रिक क्रियायें नहीं चलती हैं अथवा मूठ आदि अथवा जो भूत पिशाचनी आदि को छेड़ते हैं वह देखते ही भाग जाती है।
- मुझे ऐसा मालूम होता है , इनसे मेरा कोई नाता ही नहीं मुझे चाहे कोई पिशाचनी कहे , चाहे कुलटा , पर मुझे तो यह कहने में लेशमात्र भी संकोच नहीं है कि इनकी बीमारी से मुझे एक प्रकार का ईर्ष्यामय आनंद आ रहा है।
- जहां-जहां तुमने मेरी याद में मोमबत्तियां जलायीं-आंसू बहाये , भाव उद्गार बहाये वह स्थान भूल जाओ , शायद उस पिशाचनी रात को भूल जाओ … शायद उन नरपिशाचों को भूल जाओ , जिनके विरोध में आपï लोगों ने पूरे देश में रोष-आक्रोश का सैलाब ला दिया था।
- ” मरे हुए प्यारे सपनो के प्रेत नाचते अट्टाहास कर खूब थिरकते ये हड्डी के ढाचे चर - चरमर - चरमर का ढक सफेद चादर में अपनी ठठरी खोल जरा सा घुघट संकेतो से पास बुलाती वह पिशाचनी असमय जो घुट भरी जवानी सीनादानी कभी - कभी यद् आ ही जाती बिसरी दुःख भरी कहानी
- हालांकि तन्त्र शास्त्र एवं नारी शास्त्र में कतिपय कई शक्ति भेद वर्णित हैं जिसमें क्षुद्र से लेकर आद्य शक्ति स्तर तक की शक्ति भेद व नारीयों का वर्णन आता है , लेकिन यह व्याख्या या वर्णन इस आलेख का उद्देश्य नहीं हैं बस इतना समझना पर्याप्त होगा कि शक्ति के क्षुद्र रूपों में सामान्य नारी, भूतनी , पिशाचनी, यक्षणी, किन्नरी, जिन्न, गंधर्व एवं अप्सरा, निशाचनी, राक्षसी जैसी साधनाओं से क्षुद्र सिद्धिदायक साधनाओं के फल क्षुद्र एवं विनाशकारी ही होते हैं इनसे दूरी रखना चाहिये ।
- हालांकि तन्त्र शास्त्र एवं नारी शास्त्र में कतिपय कई शक्ति भेद वर्णित हैं जिसमें क्षुद्र से लेकर आद्य शक्ति स्तर तक की शक्ति भेद व नारीयों का वर्णन आता है , लेकिन यह व्याख्या या वर्णन इस आलेख का उद्देश्य नहीं हैं बस इतना समझना पर्याप्त होगा कि शक्ति के क्षुद्र रूपों में सामान्य नारी, भूतनी , पिशाचनी, यक्षणी, किन्नरी, जिन्न, गंधर्व एवं अप्सरा, निशाचनी, राक्षसी जैसी साधनाओं से क्षुद्र सिद्धिदायक साधनाओं के फल क्षुद्र एवं विनाशकारी ही होते हैं इनसे दूरी रखना चाहिये ।