पैत्तिक का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- पैत्तिक कास लक्षण : इसमें ज्वर , छाती में जलन , प्यास व कड़वी वमन हो जाती है।
- पैत्तिक दाह , मुंह सूखना , घबराहट , जलन , गर्मी से जी मिचलाना तथा मूत्र दाह में लाभकारी।
- ६-वातिक पाण्डु में-विशेषतः स्निग्ध पैत्तिक में तिक्त रसात्मक , शीतवीर्यवाले, श्लैष्मिक में कटु तिक्त रसात्मक ऊष्ण घीर्य वाले द्रव्यों का प्रयोगकरें.
- * खट्टे अनार के रस में शहद मिलाकर कान में डालने से कान का पैत्तिक दर्द दूर हो जाता है।
- पैत्तिक शिरोशूल , मूत्रावरोध में इसका लेप करते हैं , तो नेत्रों के रोगों में रस आँखों में डालते हैं ।
- कोलेडोकोलिथियेसिस प्रायः पैत्तिक वृक्ष के अवरोधित होने से सम्बद्ध होता है , जिसके परिणामस्वरूप गंभीर एसेन्डिंग कोलैनजाइटिस हो सकता है (यूनानी शब्द:
- पित्तजगुल्म एवं पैत्तिक शूल में यष्टिमधु के 50 ग्राम काढे़ में एरंड तेल 5 - 10 मिलीलीटर मिलाकर पिलाने से लाभ होता है।
- इसलिए वातिक जातक को वायुवद्र्धक , पैत्तिक को पित्तवद्र्धक और कफज जातक को कफवद्र्धक वस्तुओं के सेवन नहीं करने की सलाह दी जाती है।
- इसलिए वातिक जातक को वायुवद्र्धक , पैत्तिक को पित्तवद्र्धक और कफज जातक को कफवद्र्धक वस्तुओं के सेवन नहीं करने की सलाह दी जाती है।
- ( ८) सान्निपातिक शूल-त्रिदोष जनित शूल रोग में पूर्वोक्त वातिक, पैत्तिक औरश्लैष्मिक शूल की सारी पीड़ायें दिखलाई देती हैं, वे सभी सन्निपातिक शूल मेंउत्पन्न होती हैं.