प्रलापी का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- अपनी आत्मकथा - एक प्रलापी का क़िस्सा - में पश्चिम बंगाल के पूर्व वित्त मन्त्री , अशोक मित्र ने मनमोहन सिंह के सत्ता में आने की अपनी कहानी बयान की है .
- किन्तु कुछ प्रलापी , मूर्ख एवं अभागे अब भी बड़ी निर्लज्जता से इस पर आक्षेप करते हुए कहते है कि उस समय कोई एलोपैथिक चिकित्सालय नहीं था इसीलिए लोग महामारी में मर जाते थे।
- कमर लचकाकर , कंधे उचकाकर, कान में ठीसी लगाकर लड़के-लड़कियाँ ऐसे निरर्थक प्रलापी गीत-संगीत पर घड़ी दो घड़ी झूम सकते हैं, किन्तु जब स्थायी महत्त्व की कार्यालयीन टिप्पणियाँ लिखने की जरूरत होगी, देश-देशान्तर में अवस्थित संस्थाओं के बीच पत्र-व्यवहार और सार्थक संप्रेषण के मौके आएँगे, तो कोलावेरी डी से काम नहीं चलेगा।
- हे अति भयंकर सौन्दर्यवान रूप विकराल मूर्ती शनिदेव ! हे विकट कीर्ति किरीट धारी मन मोहक स्वरुप वाले छाया पुत्र ! हे हम चोटी वाले , टीका धारी प्रचंड प्रलापी पंडितो के शुभ चिन्तक कज्जल गिरी को भी अपनी शोभा से लज्जित करने वाले यमराज के भाई ! चाहे कही भी जा य.
- भई हम तो अब ऎसे यारी के ऑफर पाकर इन दकियानूसी प्रलापी खयालों को तज चुके हैं ! दोस्ती के नए वर्चुअल कांटेक्स्ट में जीने का समय आ गया है और हम सब हैं कि अपने आस पास ओल्ड फैशंड मित्रता टाइप बातों की उम्मीद कर रहे हैं ! यार ये ग्लोबल युग है !
- कमर लचकाकर , कंधे उचकाकर , कान में ठीसी लगाकर लड़के-लड़कियाँ ऐसे निरर्थक प्रलापी गीत-संगीत पर घड़ी दो घड़ी झूम सकते हैं , किन्तु जब स्थायी महत्त्व की कार्यालयीन टिप्पणियाँ लिखने की जरूरत होगी , देश-देशान्तर में अवस्थित संस्थाओं के बीच पत्र-व्यवहार और सार्थक संप्रेषण के मौके आएँगे , तो कोलावेरी डी से काम नहीं चलेगा।
- आलापी प्रलापी शुरू हो जाते हैं . ..बेचारा किसान ....ह्हाय हाय रे ....मर गया रे ...कोई बचाओ रे ......ज़ालिम सरकार है ...सुनती नहीं है ........कोई किसान के लिए कुछ करो रे ........फिर सरकार चुनाव से एन पहले उठती है और तथाकथित किसान के मुह में एक लालीपॉप घुसेड देती है .............जनता खुश हो जाती है , अखबार और
- कर्क में बुध हो तो जातक प्राज्ञ , विदेश निरत , रति व गीत संगीत में चित्त वाला , स्त्री द्वेष के कारण नष्ट धन वाला , कुत्सित , चंचल , अधिक कार्यों में रत , अपने कुल कि कीर्ति के कारण प्रसिद्ध , बहु प्रलापी जल से धन लाभ प्राप्त करने वाला तथा अपने बन्धु-बांधवों से द्रोह करने वाला होता है |
- प्रतिभा पाटिल ने पटियाला में आर्मी के एक सम्मान समारोह में शिरकत करते हुए ये बातें फेकिंग न्यूज़ के संवाददाता अनर्गल प्रलापी को बताई| राष्ट्रपति महोदया ने फेकिंग न्यूज़ को कभी भी किसी भी वक़्त कहीं भी इंटरव्यू लेने की अनुमति प्रदान की थी परन्तु फेकिंग न्यूज़ के अत्यधिक व्यस्त होने के कारण ये इंटरव्यू टलता ही जा रहा था| सम्मान समारोह के लिए सजाये गए रंगारंग स्टेज पर थलसेनाध्यक्ष वी के मालिक भी अपने सिपहसलारों के साथ मौजूद थे |
- ऎसे रार- वादी युग में यार बनाने के इतने मौके हम सब को मिल रहे हैं और हम राग अलापते हैं कि समय बडा खराब आ गया है . ... दोस्तों की कमी हो गई है ...भाईचारा खत्म हो रहा है ! भई हम तो अब ऎसे यारी के ऑफर पाकर इन दकियानूसी प्रलापी खयालों को तज चुके हैं ! दोस्ती के नए वर्चुअल कांटेक्स्ट में जीने का समय आ गया है और हम सब हैं कि अपने आस पास ओल्ड फैशंड मित्रता टाइप बातों की उम्मीद कर रहे हैं ! यार ये ग्लोबल युग है !