प्रोक्ति का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- उसके माध्यम से निरूपित शब्दों के अर्थ , भाव , बिम्ब , प्रोक्ति , उद्देश्य और प्रेरणा कभी स्याह नहीं होते हैं।
- इस दृष्टि से किसी नाटक के संवाद , उपन्यास या उपन्यास का कोई अंश , कहानी , कविता आदि सब प्रोक्ति हैं।
- इसके लिए शर्त यह है कि प्रोक्ति कहलानेवाली संरचना वक्ता , श्रोता और परिवेश के संदर्भ तथा संदेश से युक्त होनी चाहिये।
- शब्द , अर्थ और प्रोक्ति के स्तर पर उनकी अभिव्यक्ति का यह विश्लेषण सर्वथा मौलिक और मार्गदर्शक है, इसमें भी दो राय नहीं।
- भाषा के कुछ सूक्ष्म एवम् महत्वपूर्ण पक्ष हैं- 1 . प्रोक्ति 2 . एकालाप 3 . प्रत्यक्ष एवम् अप्रत्यक्ष कथन और 4 . सहप्रयोग।
- भाषा के कुछ सूक्ष्म एवम् महत्वपूर्ण पक्ष हैं- 1 . प्रोक्ति 2 . एकालाप 3 . प्रत्यक्ष एवम् अप्रत्यक्ष कथन और 4 . सहप्रयोग।
- शब्द , अर्थ और प्रोक्ति के स्तर पर उनकी अभिव्यक्ति का यह विश्लेषण सर्वथा मौलिक और मार्गदर्शक है , इसमें भी दो राय नहीं।
- सामान्य उक्ति से साहित्य रचना को अलग करके दिखाने के लिए प्रोक्ति के साथ साहित्यिक विशेषण जोड़कर साहित्यिक प्रोक्ति शब्द का प्रयोग किया जाता है।
- सामान्य उक्ति से साहित्य रचना को अलग करके दिखाने के लिए प्रोक्ति के साथ साहित्यिक विशेषण जोड़कर साहित्यिक प्रोक्ति शब्द का प्रयोग किया जाता है।
- प्रोक्ति ( सं . ) [ सं-स्त्री . ] ( भाषाविज्ञान ) वाक्य से बड़ी इकाई या वाक्य समूह जो एक-दूसरे से संदर्भ-संकेतों से जुड़ा हुआ हो।