बहुरंगा का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- मासूमियत का सारा जहा बचपन खो देता जहाँ ! हर पल दिल-दिमाग चौकन्ना है-जहाँ ! पल के द्वन्द्व में ही वह बहुरंगा है-वहाँ ! हजार सवाल खड़े हैं ... ! अपने उत्तरों के कई रूप लिये ..
- “तू पैदा कहीं भी हुई हो , है तू पहाड़ी परिंदा ही!” एक औरत की सधी हुई आवाज थी... जब लद्दाख की सीमा तक पंजाब था... पांच आबों... सिंधु और चंद्रनीरा चन-आब से लेकर सजलुज तक पांच नदियों का बहुरंगा आयाम था... जब हिमाचल उसी के भीतर था...
- मुझे एक कहानीकार के तौर पर दबाव रहे हैं कि मैं अपना राजनैतिक रुझान स्पष्ट करूँ ! अब तो मैंने भी एक उम्र जी ली , संसार घूम लिया , मैं लेफ्ट , राईट , सेंटर सबकी आउटडेटेड , अव्यवहारिक , अवसरवादी नीतियों को देख चुकी , भारतीय राजनीति का बहुरंगा चेहरा किस से छिपा है ?
- हम उन्हें ठीक से समझ कर स्वीकार न करें तो आगे के सफर खुशनुमा कैसे हों ? ‘लेकिन मैं?' वह खुद से पूछती रहती है- ‘क्यों भटकती हूं बार-बार... लगातार... यहां?' “तू पैदा कहीं भी हुई हो, है तू पहाड़ी परिंदा ही!” एक औरत की सधी हुई आवाज थी... जब लद्दाख की सीमा तक पंजाब था... पांच आबों... सिंधु और चंद्रनीरा चन-आब से लेकर सजलुज तक पांच नदियों का बहुरंगा आयाम था... जब हिमाचल उसी के भीतर था...
- हम उन्हें ठीक से समझ कर स्वीकार न करें तो आगे के सफर खुशनुमा कैसे हों ? ‘लेकिन मैं?' वह खुद से पूछती रहती है- ‘क्यों भटकती हूं बार-बार... लगातार... यहां?' ‘‘तू पैदा कहीं भी हुई हो, है तू पहाड़ी परिंदा ही! ‘‘ एक औरत की सधी हुई आवाज थी... जब लद्दाख की सीमा तक पंजाब था... पांच आबों... सिंधु और चंद्रनीरा चन-आब से लेकर सजलुज तक पांच नदियों का बहुरंगा आयाम था... जब हिमाचल उसी के भीतर था...