बिद्ध का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- दो शक्ति विद्युदग्रों के द्वारा धारा भेजी जाती है इन विद्युदग्रों के बीच का विभवांतर बिद्ध छिद्र में एक उर्ध्वाधर रेखा में मापा जाता है।
- इस समूह गान में कहीं कहीं उनका लोक बिद्ध मन भी बिंबित है - ‘ आज सुनाना / फिर मिलकर गाना है / शैली बिरहे वाली।
- दूसरी बात यह कि जो बड़ा साहित्य होता है वह इतिहास बिद्ध होता है और इसका मतलब यह है कि अपने समय के इतिहास से जूझता है .
- अमूर्त छबियों के झरोखे में बंद तुमको देखकर दीर्घ निश्वासों की कड़ी दिखती नहीं टूटेगी अब कंदर्प को अब तक नहीं पहचान पाया था कुसुम शर से बिद्ध होने का ही था अहसास कब ।
- दरअसल दिए गए ढांचो को प्रश्न करना और अपने विवेक के अनुसार अपनी बात कह पाना और उस पर अडिग रहना अथवा उसे भी लगातार प्रश्न बिद्ध करते रहना कोई आसान काम तो नहीं ही है . ..
- साहिब सिंह ने अपने दुखते-रिसते दिनों और बजबजाते घावों पर स्वप्निल गति की चादर डाल दी थी लेकिन आज उसी स्वप्न की तीखी रोशनी में छुपे अँधेरे से बिद्ध हो कर उसने महसूस किया कि उसके साथ धोखा हुआ है।
- यह मुक्ति और जीने की लालसा या स्वातंत्र्य की खोज ही अज्ञेय के काव्य की सही जमीन है , क्योंकि स्वातंत्र्य में ही व्यक्तित्व की सार्थकता बिद्ध होती है अतः अज्ञेय के व्यक्तित्व की खोज का अर्थ भी स्वातंत्र्य की ही खोज है -
- इसी लिए रामधारी सिंह दिनकर ने उर्वशी में लिखा है- इन्द्र का आयुध पुरूष जो झेल सकता सिंह से बांहे मिलाकर खेल सकता फूल के आगे वही असहाय हो जाता शक्ति के रहते हुए निरुपाय हो जाता बिद्ध हो जाता सहज बंकिम नयन के वाण से जीत लेती रूपसी नारी उसे मुस्कान से।
- मित्र ! बहुत हो गई मीठी कोयल की तान खूब कर लिया खुले आसमां का बखान प्रकृति मे एकरूप होने का दावा मानसिक शांति का बहलावा कच्ची और कांटेदार सड़क पर धूल फांकते हुये अब पैदल ही चलो भीष्म बनी कांटो से बिद्ध साइकिल रगड़ कर थोड़ा गुस्से से भड़क कर पर थोड़ा मन ही मन बिगड़ते हुये अब वापस चलो मित्र
- ( २ ) घोर-जटा-पिंगल मंगलमय देव ! योगि-जन-सिद्ध ! धूलि-धूसरित , सदा निष्काम ! उग्र ! लपट यह लू की है या शूल-करोगे बिद्ध उसे जो करता हो आराम ! बताओ , यह भी कोई रीति ? छोड़ घर-द्वार , जगाते हो लोगों में भीति , -तीव्र संस्कार ! - या निष्ठुर पीड़न से तुम नव जीवन भर देते हो , बरसाते हैं तब घन !