बिसारना का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- क्षण-भँगुर जीवन है यह हँसते हुए गुज़ारना ! रोना किसे कहते हैं यह इस बात को बिसारना ! काम, क्रोध, मद, लोभ को मन से है बस निकालना ! झूठ को निकृष्ट मानूँ सच को सच्चे मन स्वीकारूँ ! जैसे लोहा लोहे को काटे छल-कपट को छल से मारूँ ! त्याग, सेवा भाव दे कर असीम सुख-शांति मैं पाऊँ ! कोई माने या न माने प्रेम को ही सत्य मानूँ !
- 15-यह स्वयं सिद्ध है कि लघुकथा का जनक छत्तीसगढ़ प्रदेश रहा है जहाँ माधवराव सप्रे ने हिंदी लघुकथा का श्रीगणेश किया , फिर भी उसने यहाँ के हम लघुकथाकारों ने कभी भी पटना, सिरसा, दिल्ली और इंदौर वालों की तरह कभी दहाड़े नहीं ? ऐसा क्योंकर होता रहा कि छत्तीसगढ़ के तमाम बड़े लघुकथाकारों, जैसे आचार्य सरोज द्विवेदी, विभू खरे, डॉ. महेन्द्र ठाकुर, ड़ॉ. राजेन्द्र सोनी, स्व. रवीन्द्र कंचन, गिरीश पंकज, महेश राजा, को बड़े मठाधीशों ने बिसारना शुरू कर दिया ।