बेशक्ल का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- पर , बूंद तो दिखती नहीं, आत्मा तो बेशक्ल है, पहचानेंगे कैसे, एक के शुबहे को दूजा हमेशा ये कहकर शांत किया करता-आंख की गीली कोर तो दिखती है न....हथेली का तिल भी, कैसे भूल जाएंगे फिर........।
- गजल अपनी तय की हुई जगह से उठकर बाहर अवाम की दुनिया में फैल जाती है और अहसास कराती है कि इस पराए दर्द में हम कहीं अपना गुमनाम , बेशक्ल दर्द भी भोगते चल रहे हैं।
- गजल अपनी तय की हुई जगह से उठकर बाहर अवाम की दुनिया में फैल जाती है और अहसास कराती है कि इस पराए दर्द में हम कहीं अपना गुमनाम , बेशक्ल दर्द भी भोगते चल रहे हैं।
- जाने कब उम्र पीछे लौट जाती है लगता है होठ हिल रहे हैं अन्दर से लता के स्वर निकल रहे हैं ( भले सुर न हो ) 'कोई' परिचित बेनाम , बेशक्ल गा रहा है मेरे लिए - .....
- जाने कब उम्र पीछे लौट जाती है लगता है होठ हिल रहे हैं अन्दर से लता के स्वर निकल रहे हैं ( भले सुर न हो ) 'कोई' परिचित बेनाम , बेशक्ल गा रहा है मेरे लिए - .....
- ये एहसास था क्या तेरे आ जाने का ? 'अनाम ' ##### सुना है बेनाम ,बेशक्ल होती हैं रूहें , फिर भी ना जाने क्यूँ होते हैं यादों के धुंधलके में चंद नाम , चंद चेहरे अपने अपने से..
- ये तस्वीरें रह रह कर मन के पर्दे पर उभर रही हैं कुछ तस्वीरें जो बरबस तैर रही हैं आँखों के सामने ये तस्वीरें दिन का ख्वाब हैं या सहेजी हुई कोई बेशक्ल बेतुकी नज़्म या किसी पुरानी किताब के गलते पन्नों पर अस्तित्व खोते अ . ..
- ( 22 : 1 - 2 ) ■ ऐ लोगो , अगर तुम्हें मौत के बाद की ज़िन्दगी ( पुनरुज्जीवन ) के बारे में कुछ शक है तो तुम्हें मालूम हो कि हम ने तुम्हें मिट्टी से पैदा किया है ,1 फिर वीर्य से , फिर ख़ून के लोथड़े से , फिर मांस की बोटी से , जो शक्ल वाली भी होती है और बेशक्ल भी।
- रिफाक़त की उम्रे गुरेज़ाँ से वाकिफ हुए तो सही उनकी जानिब अब लफ्ज़ किसी और के तो क्या हमें अर्जे हालात नहीं , ख़ामोशी की बहाली तो सही आईना चूर हुआ, अक्स बेशक्ल हुआ तो क्या चंद लम्हात को हम खुद से मुखातिब हुए तो सही वो जो हमें सहाब लगे, सराबे सहरा निकले तो क्या खुश्क दरिया में लहू बहा सफीनों को साहिल दिया तो सही (रिफाक़त =