ब्रह्मयज्ञ का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- ये भूतयज्ञ , मनुष्य यज्ञ , पितृयज्ञ , देवयज्ञ व ब्रह्मयज्ञ के रूप में जाने जाते हैं .
- ये भूतयज्ञ , मनुष्य यज्ञ , पितृयज्ञ , देवयज्ञ व ब्रह्मयज्ञ के रूप में जाने जाते हैं .
- आर्य राष्ट्र कार्यालय , गुरूकुल शाही , जिला-पीलीभीत से प्रकाशित इस पुस्तक का नाम है- “ ब्रह्मयज्ञ ” ।
- आर्य राष्ट्र कार्यालय , गुरूकुल शाही , जिला-पीलीभीत से प्रकाशित इस पुस्तक का नाम है- “ ब्रह्मयज्ञ ” ।
- ( 1 ) ब्रह्मयज्ञ ( 2 ) देवयज्ञ ( 3 ) ऋषियज्ञ ( 4 ) नरयज्ञ ( 5 ) भूतयज्ञ।
- इसीलिए हमारा कर्तव्य है कि इस ऋषि-ऋण को चुकाने के लिए ज्ञान-दान की परम्परा को आगे बढाएं यही ब्रह्मयज्ञ या ऋषियज्ञहै।
- चौथे के ज्ञान और कर्म-संन्यास के मेल को ही ब्रह्मयज्ञ भी कहा है और वही उसका मुख्य अर्थ शंकर ने लिखा है।
- पंचयज्ञ में प्रथम है ब्रह्मयज्ञ , दूसरा है देवयज्ञ , तीसरा है मनुष्य यज्ञ , चौथा है पितृयज्ञ और पांचवां है भूतयज्ञ।
- जानें कौन से और कैसे होते हैं ये पांच महायज्ञ ? - ब्रह्मयज्ञ - हर रोज वेदों का अध्ययन करने से ब्रह्मयज्ञ होता है।
- जानें कौन से और कैसे होते हैं ये पांच महायज्ञ ? - ब्रह्मयज्ञ - हर रोज वेदों का अध्ययन करने से ब्रह्मयज्ञ होता है।