भयहीन का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- और रात को अकेले चल सकोगी तुम सब भयहीन , सड़कों पर और सारे पियक्कड़ और क्रोधी पति भी आठ मार्च के बाद अपनी स्त्री को अपने जुल्म का शिकार नहीं बनायेंगे...
- और रात को अकेले चल सकोगी तुम सब भयहीन , सड़कों पर और सारे पियक्कड़ और क्रोधी पति भी आठ मार्च के बाद अपनी स्त्री को अपने जुल्म का शिकार नहीं बनायेंगे ...
- एक लम्बी गुलामी के बाद भारत आजाद हुआ , तब सभी के सामने केवल एक ही प्रश्न था कि अब हम किस रीति, नीति, विधि से चले ताकि सभी को बिना भेदभाव, अत्याचार, अनाचार के भयहीन माहौल
- महिला मोर्चा की प्रदेशाध्यक्ष सरोज कुमारी व महामंत्री शील धाभाई ने राज्य सरकार पर आरोप लगाया है कि राज्य में कानून बिल्कुल खत्म सा हो गया है , अपराधी निरंकुश और भयहीन होकर घूम रहे है।
- हे देवी ! वीर साधक भयहीन , अभयदाता , गुरुभक्त , वाकपटु , शक्तिशाली , सच्चरित्र , पञ्चतत्त्वप्रेमी , अतिउत्साही , अत्यन्त बुद्धिमान् , साहसी , महामना और सज्जनों का सदा पालन करने वाला होता है ।
- इसलिए छावनी के ‘ थिंक-टैंक ' के लिए यह विचार-मंथन का विषय बना रहता था कि आखिर मलिनों की नंग-धड़ंग सेना की भयहीन आक्रामकता और अपने सेनापति के प्रति की ऐसी अंध-भक्ति के पीछे का रहस्य क्या है !
- हे पिता , हम दया कर कि हम तेरी सामर्थ के द्वारा , तेरे प्रेम को समझें , महसूस करें और उसे लोगों में बाट सकें , और भयहीन , संयमपूर्ण जीवन जीकर , तेरी समीपी में अपना अनन् त निवास बना सकें।
- अर्थात काम वासनाओं से पीड़ित - काम पिपासु - कामातुर व्यक्ति विवेकहीन हो जाता है इसमें लेशमात्र भी संशय नहीं है - एवं अविवेकी व्यक्ति अपनी काम तृष्णा की संतुष्ठी के लिए निर्लज्ज होकर - भयहीन हो कर किसी भी जघन्यतम कार्य के लिए उद्दत रहता है |
- सिर्फ अमीरों और ताकतवर लोगों के लिए साधारण ' स्टॉर्म ट्रूपर' (स्टॉर्म ट्रूपर - नाज़ी सेना के सदस्य जिन्हें अपनी हिंसा और पाशविकता के कारण बहुत कुख्याति मिली थी) बनने भर के लिए और उस समय चुप रहने के लिए जब क़ानून और समानता के मूलभूत सिद्धांतों को ऐसे भयहीन तरीके से उपहास बनाया जा रहा हो, मैंने ऐसा नहीं किया था.
- सिर्फ अमीरों और ताकतवर लोगों के लिए साधारण ' स्टॉर्म ट्रूपर ' ( स्टॉर्म ट्रूपर - नाज़ी सेना के सदस्य जिन्हें अपनी हिंसा और पाशविकता के कारण बहुत कुख्याति मिली थी ) बनने भर के लिए और उस समय चुप रहने के लिए जब क़ानून और समानता के मूलभूत सिद्धांतों को ऐसे भयहीन तरीके से उपहास बनाया जा रहा हो , मैंने ऐसा नहीं किया था .