भवबंधन का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- प्राणियों को भवबंधन से मुक्ति देने वाली यह एकादशी चिन्तामणि के समान समस्त कामनाओं को पूर्ण करने वाली है।
- प्राणियों को भवबंधन से मुक्ति देने वाली यह एकादशी चिन्तामणि के समान समस्त कामनाओं को पूर्ण करने वाली है।
- पूरा मिला तबै सुख उपज्यो , तन की तपन बुझानी, कहे कबीर भवबंधन छूटे, ज्योति ही ज्योति समानी … अवधू
- प्राणियों को भवबंधन से मुक्ति देने वाली यह एकादशी चिन्तामणि के समान समस्त कामनाओं को पूर्ण करने वाली है।
- जब योगी समाधि में सत्ता के अनित्य-अनात्म-दु : ख-स्वरूप का साक्षात्कार कर लेता है तब उसके भवबंधन एक एक कर टूटने लगते हैं।
- जब योगी समाधि में सत्ता के अनित्य-अनात्म-दु : ख-स्वरूप का साक्षात्कार कर लेता है तब उसके भवबंधन एक एक कर टूटने लगते हैं।
- गीता माहात्म्य पर श्रीकृष्ण ने पद्म पुराण में कहा है कि भवबंधन से मुक्ति के लिए गीता अकेले ही पर्याप्त ग्रंथ है।
- कहा भी है- धनात् धर्म ततो जय : यानि धन से धर्म हो सकता है और धन से सांसारिक भवबंधन से विजय निश्चित है।
- तो यहाँ बताया गया है कि जो भवबंधन से छूटना चाहता है उसे भगवान की सेवा करनी चाहि ए . ल ेकिन ऐसा नही हिता है .
- संक्षेप में यह कहा जा सकता है कि तुलसीदास की यह अटल मान्यता है कि भक्ति के बिना किसी प्रकार भवबंधन से मुक्ति नहीं मिल सकती।