भव-बन्धन का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- जीव को तत्वज्ञान देती है और उसके सामने अपना ब्रह्मस्वरूप प्रकाशित होता हैमुक्तिदायिनीकाशी की यात्रा बाबा विश्वनाथ की कृपा से ही प्राप्त होता हैकाशी में कहीं पर भी मृत्यु के समय भगवान विश्वेश्वर ( विश्वनाथजी) प्राणियों के दाहिने कान में तारक मन्त्र का उपदेश देते हैं तारकमन्त्रसुनकर जीव भव-बन्धन से मुक्त हो जाता हैत्रिपुरारि भगवान विश्वनाथ की राजधानी वह काशी संपूर्ण जगत् की रक्षा