भ्रम होना का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- हम गाड़ी से बाहर निकल आए हैं , हवा में हरियाली की मिठास घुली है और दूर-दूर तक कैनवस देखकर किसी विदेशी भूमि पर होने का भ्रम होना स्वाभाविक है।
- यहाँ शिवाजी आलम्बन , उनके पराक्रम का स्मरण उद्दीपन , औरंगज़ेब को अपनी ही सेना में शिवाजी की सेना का भ्रम होना अनुभाव तथा चिन्ता , त्रास इत्यादि संचारी हैं।
- लेकिन फिर ऐसे में यह भ्रम होना स्वाभाविक है कि आखिर वैयक्तिक रूप से अपने किसी निकटवर्ती साथी , सम्बन्धी , मित्र या किसी के भी प्रति मन में उठने वाली भावना क्या है ?
- पिछले दो साल से ज्यादा समय से प्रदेश में गन्ने की बुआई के क्षेत्रफल में लगातार कमी आ रही है , जिसकी प्रमुख वजह कीमतों का भुगतान न हो पाना और कीमतों को लेकर भ्रम होना है।
- अगर आप उनके व्यक्त्वि से पूर्व परिचित नहीं हैं तो भ्रम होना स्वाभाविक है जो आदमी इतना सरल दिखाई दिखाई दे रहा है , उसने अमेरिका में पढ़ा-पढ़ाया होगा, भाषा का बेजोड़ विद्वान होगा और उतना ही अपनी माटी से भी जुड़ा होगा...।
- १ ५ ( लाक्षागृह से सुरक्षित बचे हुए पाण्डवों को मृत समझ कर भीष्म का पाण्डवों के लिए उदक कर्म में प्रवृत्त होना , विदुर द्वारा भीष्म को रोकना ) , सभा ५ ० . २ ५ ( मय द्वारा बिन्दु सरोवर के रत्नों से निर्मित पुष्करिणी में दुर्योधन को उदक का भ्रम होना ) , वन १ ८ ७ .
- आंखों से सम्बंधित लक्षण- आंखों की पलकों में नीलापन , आंखों के आगे गहरे रंग की मक्खियां उड़ते हुए दिखाई पड़ ना , हरा रंग पहचानने में भ्रम होना , सभी वस्तुएं हरे और पीली रंग की दिखाई पड़ना , आंखों की पुतलियों का अस्वाभाविक रूप से फैलना , आंखों की पलकों के सिरे का लाल होना तथा दृष्टि कमजोर होना आदि आंखों के रोगों में डिजिटैलिस औषधि का उपयोग किया जाता है।
- परीक्षा नजदीक आते ही वे एग्जामिनेशन फीवर , त्वचा रोग , सिरदर्द की शिकायत , नींद गायब हो जाना , भूख न लगना , स्वभाव से चिड़चिड़ा हो जाना , पेट में कई तरह की समस्याएँ , आत्मविश्वास का डगमगा जाना , कमजोरी की शिकायत , आँखों में परेशानी , ऐसा भ्रम होना कि पिछला जो भी पढ़ा था सब भूल रहा है तथा घबराहट आदि न जाने कितनी छोटी-बड़ी समस्याओं से ग्रस्त हो जाते हैं।
- “ चलते और घूमते रहना , व्याकुलता , संज्ञानाश वस्त्ररहित होना , वृथा , बकवास या प्रलाप करना और अकस्मात् व्यसन में पड़ना '' ‘‘ अपने मन में ग्लानि करना , मित्रों का नाश , बुद्धि , शास्त्र और मति में भ्रम होना , तत्पुरुषों से वियुक्त रहना , असत्पुरुषों की संगति करना , अनर्थो की संगत में पड़ना ” ” पद पद पर स्खलित होना , शरीर में कपंना होना , तन्द्रा तथा स्त्रियों के प्रति अत्यधिक आकर्षित होना , यह सब मद्यपान के व्यसन है।
- सिर : चलते समय तथा उठते समय , हृदय रोगों में और यकृत के रोगों के साथ सिर में चक्कर आना , सिर में तेज दर ्द जो नाक तक होता है , सिर में भारीपन के साथ ऐसा प्रतीत होना कि वह अभी नीचे की ओर गिर पड़ेगा , चेहरा नीले रंग का होना , भ्रम होना , नींद लगते ही तेज आवाज सुनाई देना , जीभ और होंठों का रंग नीला होना सिर से सम्बंधित विकारों में डिजिटैलिस औषधि का उपयोग करना लाभकारी होता है।