मिथ्या ज्ञान का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- मिथ्या ज्ञान का मतलब है कि है कुछ , पर दिखता है कुछ।
- इससे यह सिद्ध होता है कि स्वर्ग और नर्क भी मिथ्या ज्ञान है।
- भी ज्ञान का ही एक प्रकार है अतः इसे मिथ्या ज्ञान समझना चाहिए ,
- इस प्रकार जीव और मिथ्या ज्ञान दोनों वाचस्पतिमिश्र के अनुसार अनादि सिद्ध होते हैं।
- गौतम मानते हैं कि अपवर्ग के लिए सर्वप्रथम मिथ्या ज्ञान का नाश होना चाहिए।
- यह अकर्मण्य और भय से ग्रस्त मिथ्या ज्ञान जीवन के विरुद्ध माना गया है।
- गौतम मानते हैं कि अपवर्ग के लिए सर्वप्रथम मिथ्या ज्ञान का नाश होना चाहिए।
- ज्ञान को ज्ञान शब्द से एवं मिथ्या ज्ञान को अज्ञान शब्द से संबोधित करते
- संदिग्ध ज्ञान को संशय , मिथ्या ज्ञान को विपर्यय एवं ऊह (संभावना) को तर्क कहते है।
- संदिग्ध ज्ञान को संशय , मिथ्या ज्ञान को विपर्यय एवं ऊह (संभावना) को तर्क कहते है।