मुंडमाला का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- भैया हमारे इन्दौर में सोनिया गाँधी को कालिका माता बनाया था और मुंडमाला में अटलजी , आडवानी, प्रमोद महाजन तथा और भी कई अन्य भाजपा नेता के मुंड थे।
- अमरनाथ यात्रा- अमरनाथ गुफा के बारे में पौराणिक कथाओं में वर्णित है कि एक बार मां पार्वती ने शिवजी से उनके गले में पड़ी मुंडमाला के बारे में पूछा।
- पार्वती जी ने देवर्षि के आने का कारण पूछा तो उन्होंने कहा-देवी ! भगवान शंकर , जो हम दोनों से बड़े हैं , के गले में मुंडमाला क्यों है ?
- यह कज्जल पर्वत के समान शव पर आरूढ़ मुंडमाला धारण किए हुए एक हाथ में खड्ग दूसरे हाथ में त्रिशूल और तीसरे हाथ में कटे हुए सिर को लेकर भक्तों के समक्ष प्रकट हो जाती हैं।
- यह कज्जल पर्वत के समान शव पर आरूढ़ मुंडमाला धारण किए हुए एक हाथ में खड्ग दूसरे हाथ में त्रिशूल और तीसरे हाथ में कटे हुए सिर को लेकर भक्तों के समक्ष प्रकट हो जाती हैं।
- यह कज्जल पर्वत के समान शव पर आरूढ़ मुंडमाला धारण किए हुए एक हाथ में खड्ग दूसरे हाथ में त्रिशूल और तीसरे हाथ में कटे हुए सिर को लेकर भक्तों के समक्ष प्रकट हो जाती हैं।
- मुंडमाला तंत्र के अनुसार श्मशान में एक लिंग महादेव के समीप चैराहे पर , सघन वन में , जल के मध्य गले तक गहरे जल में , युद्ध या योनि स्थल पर या देवालय में जपादि करने से साधना सफल होती है।
- शिवजी ने बताया , देवी, ‘जब-जब तुम जन्म लेती हो, मैं मुंडमाला में मुंड की संख्या बढ़ाता जाता हूं।' पार्वतीजी ने दुखित स्वर में कहा, ‘हे देव, मेरा शरीर तो नाशवान है और मुझे बार-बार मरना, जन्म लेना पड़ता है, जबकि आप अमर हैं।
- सर्वोल्लासोद्धृत ताडलतंत्र में जो सूची मिलती है वह इस प्रकार है- काली , मुंडमाला, तारा, तनर्वाण, शिवसार, वीर निदश्र्न, लतार्चन, ताउल, नील, राधा, विद्यासार, भैरव, भैरवी, सिद्धेश्वर, मातृभेद, समया, गुप्तसाधक, माया, महामाया, अक्षया, कुमारी, कुलार्णव, कालिकाकुलसर्वस्व, कालिकाकला, वाराही, योगिनी, योगिनीहृदय, सनतकूमार, त्रिपुरासार, योगिनीनिजय, मालिनी, कुक्कुट, श्रीगणेश, भूत, उड्डीश, कामधेनु, उतर, वीरभद्र, वामकेश्वर, कुलचूडाभणि, भावचूड़ामणि, ज्ञानार्णव, वरदा, तंत्रचिंतामणि, विरूणीविलास, हंसतुत्र, चिदंबरतंत्र, श्वेतवारिध, नित्या, उतरा, नारायणी, ज्ञानदीप, गौतमीय, तनरूतर, गर्जन, कुब्जिका, तत्रमुंक्तावली, बृहदश्रीक्रम, स्वतंत्रयोनि, मायाख्या।
- सर्वोल्लासोद्धृत ताडलतंत्र में जो सूची मिलती है वह इस प्रकार है- काली , मुंडमाला, तारा, तनर्वाण, शिवसार, वीर निदश्र्न, लतार्चन, ताउल, नील, राधा, विद्यासार, भैरव, भैरवी, सिद्धेश्वर, मातृभेद, समया, गुप्तसाधक, माया, महामाया, अक्षया, कुमारी, कुलार्णव, कालिकाकुलसर्वस्व, कालिकाकला, वाराही, योगिनी, योगिनीहृदय, सनतकूमार, त्रिपुरासार, योगिनीनिजय, मालिनी, कुक्कुट, श्रीगणेश, भूत, उड्डीश, कामधेनु, उतर, वीरभद्र, वामकेश्वर, कुलचूडाभणि, भावचूड़ामणि, ज्ञानार्णव, वरदा, तंत्रचिंतामणि, विरूणीविलास, हंसतुत्र, चिदंबरतंत्र, श्वेतवारिध, नित्या, उतरा, नारायणी, ज्ञानदीप, गौतमीय, तनरूतर, गर्जन, कुब्जिका, तत्रमुंक्तावली, बृहदश्रीक्रम, स्वतंत्रयोनि, मायाख्या।