मुमुक्षा का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- नहीं , इसमें तो उनकी तरफ इशारे हैं जो मुमुक्षा से भरे हैं, और उनके इशारे हैं जिन्होंने पा लिया है।” ओशो
- जिसके आने में न तो साधना की कोई दृष्टि है न कोई मुमुक्षा है , न परमात्मा को पाने की कोई प्यास है।
- चित्त में साधना के सुसंस्कारों की सम्पदा से मनुष्य में न केवल मनुष्यत्व जन्म लेता है , बल्कि उसमें मुमुक्षा भी जगती है।
- जिसके आने में न तो साधना की कोई दृष् टि है न कोई मुमुक्षा है , न परमात् मा को पाने की कोई प् यास है।
- जिसके आने में न तो साधना की कोई दृष् टि है न कोई मुमुक्षा है , न परमात् मा को पाने की कोई प् यास है।
- साधना के दिव्य परमाणुओं से घनीभूत इन मौन मन्दिरों में अनेक प्रकार के आध्यात्मिक अनुभव होने लगते हैं , जिज्ञासु को षट्सम्पत्ति की प्राप्ती होती है तथा उसकी मुमुक्षा प्रबल होती है।
- प्रार्थना हृदय को उस स्थिति में ला देती है , उस ग्राहक और संवेदनशील मनोदशा को पैदा कर देती है , जहां जिज्ञासा मात्र कुतूहल नहीं रह जाती , मुमुक्षा बन जाती है।
- प्रार्थना हृदय को उस स्थिति में ला देती है , उस ग्राहक और संवेदनशील मनोदशा को पैदा कर देती है , जहां जिज्ञासा मात्र कुतूहल नहीं रह जाती , मुमुक्षा बन जाती है।
- यह अद्यात्म , ज्ञान , त्याग , विद्वता , मुमुक्षा , आत्मसंतोष व सात्विकता को भौतिकता का नमन था , जो आत्मभाव में तुष्टता व अहंभाव के त्याग के बिना नहीं हो सकता ।
- यह अद्यात्म , ज्ञान , त्याग , विद्वता , मुमुक्षा , आत्मसंतोष व सात्विकता को भौतिकता का नमन था , जो आत्मभाव में तुष्टता व अहंभाव के त्याग के बिना नहीं हो सकता ।