मुहाफिज का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- इसलिए कहना होगा कि पुरुष की जय जयकार और शायद इसलिए नौशाद जी भी कह गए हैं - ' ' ऐतबार अब किसी पर होता नहीं , रात भर कोई बस्ती में सोता नहीं , काम रहजन का तो रहजनी है मगर , अब मुहाफिज का भी कोई भरोसा नहीं , उसको मिलता अगर रंगे इंसानियत , हाथ मेरे लहू से भिगोता नहीं . '' शालिनी कौशिक [ कौशल ]
- खैर यह मौजूं एक अलग लेख में उठाए जाने चाहिए की किस तरह एक तरफ फौज-अदालत-समाजयात और दूसरी तरफ इं$िकलाब-बग़ावत-आजादी-इश्$क और सूफियों की बानी यानी ' उर्दू जबान' के मुहाफिज देओबंदी-बरेलवी मदरसे बना दिये गए, जहां उन्हें हिंदुस्तानियत से लबरेज उर्दू की जगह अरबी-जदा दीनी डिस्कोर्स की जबान रटाई गई जो की समाजयात, साइंस, हिसाब, और जबान में दीनी हवालों से पुर थी और जिसमे मीर और ग़ालिब का अजीम उर्दू अदब, जो खालिस सेकुलर अदब था, वह नदारद रहा।