मोचरस का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- अखरोट ४ भागं , कचूर २ भाग, वायबिडंग २ भाग, इलायची बड़ी २ भाग, मुलहटी २ भाग, मोचरस २ भगा, गिलोय २ भाग, मुनक्क्क ५ भाग, रेणुका (संभाल)
- • 4 . चोबचीनीः- 100 ग्राम तालमखाने के बीज, 100 ग्राम चोबचीनी, 100 ग्राम ढाक का गोंद, 100 ग्राम मोचरस तथा 250 ग्राम मिश्री को कूट-पीसकर चूर्ण बना लें।
- बेलगिरी , मोथा , इन्द्रायव , पठानी लोध्र , मोचरस और धाय के फूल के बराबर भाग का चूर्ण सेवन करने से पेचिश और दर्द में जल्दी आराम आता है।
- बेलगिरी , मोथा , इन्द्रायव , पठानी लोध्र , मोचरस और धाय के फूल के बराबर भाग का चूर्ण सेवन करने से पेचिश और दर्द में जल्दी आराम आता है।
- इलायची , धाय के फूल , जामुन , मंजीठ , लाजवन्ती , मोचरस तथा राल सभी को 10 - 10 ग्राम की मात्रा में लेकर इसका चूर्ण बना लेते हैं।
- इलायची , धाय के फूल , जामुन , मंजीठ , लाजवन्ती , मोचरस तथा राल सभी को 10 - 10 ग्राम की मात्रा में लेकर इसका चूर्ण बना लेते हैं।
- ( 7) बबूल का गोंद और कतीरा गोंद, मोचरस, रुमीमस्तंगी, चारों 25-25 ग्राम लेकर घी में अच्छी तरह सेककर बारीक पीस लें और 100 ग्राम पिसी मिश्री मिलाकर शीशी में भर लें।
- • 4 . चोबचीनीः- 100 ग्राम तालमखाने के बीज , 100 ग्राम चोबचीनी , 100 ग्राम ढाक का गोंद , 100 ग्राम मोचरस तथा 250 ग्राम मिश्री को कूट-पीसकर चूर्ण बना लें।
- * चिकनी सुपारी , माजूफल, चौलाई की जड़, धाय की फली, सोनागेरू, मोचरस, पठानी लोध और राल, सब 25-25 ग्राम लेकर बारीक महीन चूर्ण कर लें और इसमें 100 ग्राम मिश्री पीसकर मिला लें।
- पत्तियाँ चारे के रूप में , पुष्प कलिकाएँ सब्जी की तरह , तने से औषधीय महत्व का गोंद ' मोचरस ' निकलता है जिसे गुजरात में कमरकस के रूप में जाना जाता है।