याज्ञसेनी का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- जितनी बार उसे कुचला गया , उतनी ही बार वह क्रुद्ध सर्पिणी सी फुफकार-फुफकार उठी. वह याज्ञसेनी थी.
- जितनी बार उसे कुचला गया , उतनी ही बार वह क्रुद्ध सर्पिणी सी फुफकार-फुफकार उठी. वह याज्ञसेनी थी.
- याज्ञसेनी , तुमने छू लिया होता नेह के पारस- परस से तो वह स्वर्ण सा दमक उठता !
- 6 . लकड़ियों का धुआँ आँखों में लगता है , पनियाई आँखें आँचल से पोंछ लेती है याज्ञसेनी .
- याज्ञसेनी की व्यथा को महसूस कर पा रही हूँ . ... यह आपके ही लेखन की सामर्थ्य है .... आभार
- स्वर्णाभा युक्त रुक्मिणी और होम धूम श्यामा याज्ञसेनी दोनों मिलीं , गंगा-यमुना का मिलन ! दंगल , प्रतियोगिताये .
- उस दिन जब सबसे गुहार लगा कर याज्ञसेनी हताश हो गई , तब उसने जनार्दन को पुकारा था .
- जितनी बार उसे कुचला गया , उतनी ही बार वह क्रुद्ध सर्पिणी सी फुफकार-फुफकार उठी . वह याज्ञसेनी थी .
- याज्ञसेनी को लगता है वासुदेव धर्मराज के परम मान्य हैं , वे , उन्हें धर्म की मर्यादा का स्थापक मानते हैं .
- उसने प्रोग्राम बना रखा था कि इस बार बड़े दिन पर बड़े बालडांस में याज्ञसेनी को झीने कपड़े पहनाकर नाच में शामिल करेगा।