योग-दर्शन का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- महर्षि पतंजलि के ‘ योग-दर्शन ' पर अपनी छाप और ठप्पा लगाकर उसे ही सच्चा योग निरूपित करने का दुष्चक्र भी चला दिया है।
- पातंजलि योग-दर्शन की दुहाई दी जाये , पातंजलि योग-दर्शन आप उठा कर देख लो, १९५ सूत्र हैं उसमें, उसमें कहीं भी रोग का वर्णन नहीं आएगा.
- पातंजलि योग-दर्शन की दुहाई दी जाये , पातंजलि योग-दर्शन आप उठा कर देख लो, १९५ सूत्र हैं उसमें, उसमें कहीं भी रोग का वर्णन नहीं आएगा.
- प्रथम खंड में योग-दर्शन और उद्देश्य की सारगर्भित प्रस्तुति के साथ सभी प्रमुख आसनों , बन्ध , प्राणायाम और ध्यान का सचित्र निरूपण किया गया है।
- तब से श्रीअरविंद , स्वामी योगानंद, स्वामी शिवानंद, स्वामी सत्यानंद आदि कई योगी मनीषियों से यूरोपीय, अमेरिकी जनता ने योग-दर्शन सीखकर अधिकाधिक आत्मसात करने में रुचि दिखाई।
- यह योग-दर्शन क्या है , यदि इसे एक वाक्य में कहना चाहें तो ‘‘ यह एक मानवतावादी सार्वभौम , संपूर्ण जीवन-दर्शन है और भारतीय संस्कृति का मूलमंत्र है।
- महर्षि पतंजलि के योग-दर्शन की एक अन्य विशेषता यह भी है कि उन्होंने अपनी विचारधारा को , अपने दर्शन को किसी धर्म या संप्रदाय का रूप प्रदान नहीं किया।
- योग-दर्शन के अनुसार जीवन में अष्टांग योग यानी यम , नियम , आसन , प्राणायाम , प्रत्याहार , ध्यान , धारणा व समाधि के सम्यक पालन से मुक्ति मिलती है।
- मछिंदरनाथजी आदि गुरु थे कलियुग के , उन्होंने इस योग के बारे में कहा है कि ये भारतीय योग-दर्शन में जिस योग का वर्णन है वो वेद-रुपी कल्पतरु का अमरफल है.
- गोनर्दीय महर्षि पतंजलि ने अपने समय में योग-दर्शन और व्याकरण शास्त्र का ही कीर्ति ध्वज नहीं स्थापित किया था , उन्होंने एक विराट राजनीतिक व सांस्कृतिक क्रांति भी की थी।