रक़बा का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- 88 , रक़बा 6 कनॉल 13 मरले को साल 1987 - 88 में शमसुद्दीन और मुगलद्दीन पुत्र मोहम्मद सादिक़ , नयाज़ दीन पुत्र मौला बक्श निवासी क़स्बा इंद्री , ज़िला करनाल को पत्रांक 24 / लीज अर्बन ( एफ नं .
- वह सबकी भाषा थी , जन-जन की भाषा थी , वह सहज पनपी थी , उसमें कोई बनावट नहीं थी , उसमें हिंदी-संस्कृत के शब्द थे , बोलियाँ-मुहावरे , ताने-मनुहार , दादरा , ठुमरी थी , अदालती ज़बान थी , जौजे-मौजे साक़िन , वल्द , रक़ीब , रक़बा था ...
- वह सबकी भाषा थी , जन-जन की भाषा थी , वह सहज पनपी थी , उसमें कोई बनावट नहीं थी , उसमें हिंदी-संस्कृत के शब्द थे , बोलियाँ-मुहावरे , ताने-मनुहार , दादरा , ठुमरी थी , अदालती ज़बान थी , जौजे-मौजे साक़िन , वल्द , रक़ीब , रक़बा था ...
- मंजिलें क़दम क़दम पर अपनी आगोश उस के लिए वा करती हैं मगर वह उनकी तरफ देखे बगैर आगे निकलता जा रहा है , किसी ऐसी जगह जिसकी कोई संत है न रक़बा - एक ऐसी तिकोन की जानिब जिसके अरकान अपनी जगह से हटकर तीन दायरों की शक्ल में उसके गिर्द घूम रहे हैं .
- वह सबकी भाषा थी , जन-जन की भाषा थी, वह सहज पनपी थी, उसमें कोई बनावट नहीं थी, उसमें हिंदी-संस्कृत के शब्द थे, बोलियाँ-मुहावरे, ताने-मनुहार, दादरा, ठुमरी थी, अदालती ज़बान थी, जौजे-मौजे साक़िन, वल्द, रक़ीब, रक़बा था...क्या नहीं था.एक ऐसी ज़बान जो मुग़लिया दौर में सारी ज़रूरतें पूरी कर रही थी और ठहर नहीं गई थी बल्कि आगे बढ़ रही थी, जिसने ज़रूरत भर अँगरेज़ी को भी अपनाया.