राजा इल का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- विवेक सिंधु के अनुसार ईसवी शताब्दी 997 में खेड़ला के राजा इल की राजधानी एलिजपुर भी थी।
- तब प्रभु श्री राम ने राजा इल की कथा सुनायी जो वाल्मीकि रामायण में उत्तरकांड में आती है . .
- # कथा के अनुसार किन्नर की उत्पत्ति राजा इल के सेवको का स्त्री में हो जाने के कारण हुयी . .
- इस गोण्ड राजा इल के किले के पीछे की दर्जनो कहानियां आज भी किले की चार दिवारी में दफन हैं।
- जब राजा इल उस रथ तक पहुंचे वहां पर देवी - देवताओं की लम्बी - चौड़ी जमात एकत्र हो गई थी .
- माँ पार्वती ने राजा की इच्छानुसार वर दी की १ माह पुरुष राजा इल , और एक माह नारी इला रहोगे जीवन भर ..
- अपने रथ का पीछा करते भगवन भास्कर आप और आपके पुत्र शनिदेव जब इस पहाड़ी तक पहुंचे राजा इल भी वहां पहुंच चुका था .
- फिर माँ पार्वती ने राजा से बोली में आधा भाग आपको दे सकती हू आधा भगवन शिव ही जाने … राजा इल को हर्ष हुआ . .
- इससे प्रसन्न होकर शिव जी ने राजा इल को स्थाई रूप से पौरुष प्रदान किया।“ श्री रामचन्द्र जी बोले , ”हे महाबाहु! वास्तव में अश्वमेघ यज्ञ अमित प्रभाव वाला है।”
- # इस कथा के अनुसार राजा इल की आदम था और बो ही ईव … क्युकि आदम से ही ईव पैदा हुयी ऐसा इस्लाम और ईसाई मत है …