राज-सभा का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- कौन बजावे यह वीणा जो स्वंय एक जीवन-भर की साधना रही ? भूल गया था केश-कम्बली राज-सभा को : कम्बल पर अभिमन्त्रित एक अकेलेपन में डूब गया था जिसमें साक्षी के आगे था जीवित रही किरीटी-तरु जिसकी जड़ वासुकि के फण पर थी आधारित, जिसके कन्धों पर बादल सोते थे और कान में जिसके हिमगिरी कहते थे अपने रहस्य।
- सघन निविड़ में वह अपने कोसौंप रहा था उसी किरीटी-तरु कोकौन प्रियंवद है कि दंभ करइस अभिमन्त्रित कारुवाद्य के सम्मुख आवे ? कौन बजावेयह वीणा जो स्वंय एक जीवन-भर की साधना रही?भूल गया था केश-कम्बली राज-सभा को :कम्बल पर अभिमन्त्रित एक अकेलेपन में डूब गया थाजिसमें साक्षी के आगे थाजीवित रही किरीटी-तरुजिसकी जड़ वासुकि के फण पर थी आधारित,जिसके कन्धों पर बादल सोते थेऔर कान में जिसके हिमगिरी कहते थे अपने रहस्य।
- सघन निविड़ में वह अपने को सौंप रहा था उसी किरीटी-तरु को कौन प्रियंवद है कि दंभ कर इस अभिमन्त्रित कारुवाद्य के सम्मुख आवे ? कौन बजावे यह वीणा जो स्वंय एक जीवन-भर की साधना रही ? भूल गया था केश-कम्बली राज-सभा को : कम्बल पर अभिमन्त्रित एक अकेलेपन में डूब गया था जिसमें साक्षी के आगे था जीवित रही किरीटी-तरु जिसकी जड़ वासुकि के फण पर थी आधारित , जिसके कन्धों पर बादल सोते थे और कान में जिसके हिमगिरी कहते थे अपने रहस्य।