रुरु का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- आकाशवाणी सुनकर रुरु बड़ा प्रसन्न हुआ | उसने सहर्ष अपनी आधी आयु प्रमद्वरा को दे दी | इसके बाद प्रमद्वरा के स्वस्थ होने पर उनका विवाह हो गया |
- इनके प्रमुख रुप इस प्रकार हैं : - असितांग भैरव , चण्ड भैरव , रुरु भैरव , क्रोध भैरव , कपालि भैरव , भीषण भैरव , संहार भैरव उन्मत्त भैरव इत्यादि .
- इनके प्रमुख रुप इस प्रकार हैं : - असितांग भैरव , चण्ड भैरव , रुरु भैरव , क्रोध भैरव , कपालि भैरव , भीषण भैरव , संहार भैरव उन्मत्त भैरव इत्यादि .
- यह जानकर रुरु को बड़ा दुखद आश्चर्य हुआ कि जल के सर्पों में विष ही नहीं होता | रुरु ने उससे कहा - “ हे डुंडुभ ! तुम कौन हो ? ”
- यह जानकर रुरु को बड़ा दुखद आश्चर्य हुआ कि जल के सर्पों में विष ही नहीं होता | रुरु ने उससे कहा - “ हे डुंडुभ ! तुम कौन हो ? ”
- इसके पश्चात रुरु को सर्पों से बैर हो गया | वह जिस सर्प को भी देखता , तुरंत मार डालता | यहां तक कि पानी में रहने वाले विषहीन सर्प भी उसके कोप से न बचते |
- प्राचीन काल की बात है , रुरु नामक एक मुनि-पुत्र था | वह सदा घूमता रहता था | एक बार वह घूमता हुआ स्थूलकेशा ऋषि के आश्रम में पहुंचा | वहां एक सुंदर युवती को देख वह उस पर आसक्त हो गया |
- प्राचीन काल की बात है , रुरु नामक एक मुनि-पुत्र था | वह सदा घूमता रहता था | एक बार वह घूमता हुआ स्थूलकेशा ऋषि के आश्रम में पहुंचा | वहां एक सुंदर युवती को देख वह उस पर आसक्त हो गया |
- इस सूचना के मिलने पर रुरु के दुख की कोई सीमा न रही | वह चिंतामग्न बैठा था कि तभी आकाशवाणी हुई - ' हे रुरु ! यदि तुम इसे अपनी आधी आयु दे दो तो यह पुन : जीवित हो जाएगी , क्योंकि अब इसकी आयु समाप्त हो गई है | '
- इस सूचना के मिलने पर रुरु के दुख की कोई सीमा न रही | वह चिंतामग्न बैठा था कि तभी आकाशवाणी हुई - ' हे रुरु ! यदि तुम इसे अपनी आधी आयु दे दो तो यह पुन : जीवित हो जाएगी , क्योंकि अब इसकी आयु समाप्त हो गई है | '