वह्नि का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- इसलिए धूम में वह्नि की “अन्वय” और “व्यतिरेक” दोनों व्याप्तियाँ रहती हैं।
- निर्जरा फिर तप की शोधक वह्नि जगे , कर्मों की कड़ियाँ टूट पड़ें।
- इस उपाधि से युक्त होने के कारण वह्नि रूप हेतु सोपाधिक होता है।
- पहले महानस ( रसोईघर ) में धूम और वह्नि का सहचार दर्शन होता है।
- [ १ ७ वर्ण ] एक बहिन वह्नि जैसा , ताप लिये रहती .
- ' टकरायेंगे नक्षत्र-निकर, बरसेगी भू पर वह्नि प्रखर, फण शेषनाग का डोलेगा, विकराल काल मुँह खोलेगा।
- पुन : वही अष्टारचक्र त्रिधा विभक्त हो वह्नि शक्ति रूप से नवचक्रात्मक बन जाता है।
- ‘टकरायेंगे नक्षत्र-निकर , बरसेगी भू पर वह्नि प्रखर, फण शेषनाग का डोलेगा, विकराल काल मुँह खोलेगा।
- प्राण की चिर-संगिनी यह वह्नि , इसको साथ लेकर भूमि से आकाश तक चलते रहो .
- दुर्निवार यह वह्नि , मुग्ध इसकी लौ के इंगित से उठते हैं तूफान और संसार मरा करता है.