वायविडंग का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- अगर पेट में कीड़े हो गए हों तो इसमें वायविडंग मिलाकर बच्चों को एक एक ग्राम की मात्रा में दें .
- 28 कमजोरी : -अनन्तमूल के चूर्ण के घोल को वायविडंग के साथ 20 - 30 मिलीलीटर सुबह-शाम सेवन करने से कमजोरी मिट जाती है।
- उदर कृमि : बच्चों के पेट में छोटे-छोटे कृमि हो गए हों तो अतीस और वायविडंग का महीन पिसा चूर्ण मिलाकर शीशी मे भर लें।
- ग्राम , दालचीनी 20 ग्राम, इलायची 20 ग्राम तथा पिप्पलामूल, तालीस पत्र, शुद्ध भिलावां और वायविडंग 40-40 ग्राम की मात्रा में लेकर कूट-पीसकर और छानकर चूर्ण बना लें।
- अतीस का चूर्ण लगभग 1 ग्राम का चौथा भाग तथा वायविडंग का चूर्ण लगभग आधा ग्राम रात में सोने से पहले गरम पानी के साथ लेना चाहिए।
- हल्दी ( थोड़ी कुटी हुई), सैंधा नमक , वायविडंग (थोडा कूटा हुआ) - तीनों वस्तुएँ प्रत्येक छः छः ग्राम लें और ५०० ग्राम पानी में पाँच मिनट रखें।
- हल्दी ( थोड़ी कुटी हुई), सैंधा नमक , वायविडंग (थोडा कूटा हुआ) - तीनों वस्तुएँ प्रत्येक छः छः ग्राम लें और ५०० ग्राम पानी में पाँच मिनट रखें।
- पीलिया इस के लिए देवदारु , चिरायत , नागरमोथा , कुटकी , वायविडंग संभाग लेकर हवन में डालें | इस का धुआं रोगी को लाभ देता है |
- पीलिया इस के लिए देवदारु , चिरायत , नागरमोथा , कुटकी , वायविडंग संभाग लेकर हवन में डालें | इस का धुआं रोगी को लाभ देता है |
- 2 - 2 ग्राम मोटी-मोटी पिसी हुई हल्दी , सेंधानमक , मोटा-मोटा पिसा हुआ वायविडंग तीनों को एक साथ लेकर 500 मिलीलीटर पानी में पांच मिनट तक पकाएं।