वायुरहित का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- भावार्थ : जिस प्रकार वायुरहित स्थान में स्थित दीपक चलायमान नहीं होता, वैसी ही उपमा परमात्मा के ध्यान में लगे हुए योगी के जीते हुए चित्त की कही गई है॥19॥
- लेकिन हमारे ऋषिगण ध्यान के लिए उसी लौ की बात कहते रहे हैं , जो निष्कंप अवस्था में वायुरहित स्थान पर दीपक की बाती से निकलती हमें दिखाई देती है ।।
- छुच्छियों में जो भी पानी जाता है उसे पहले रासायनिक रीति से मृदु और वायुरहित कर दिया जाता है , जिससे नलियों में से गुजरते समय उसका वाष्प बनता ही जाता है।
- जब हम वायुरहित वातावरण में तौल नहीं करते हैं , तब भी द्रव्यमान के प्राथमिक मानकों की सही तुलना के लिये तुला की बनावट उत्तम, प्रयोग की रीति दक्ष तथा सतर्क होनी चाहिए।
- जब हम वायुरहित वातावरण में तौल नहीं करते हैं , तब भी द्रव्यमान के प्राथमिक मानकों की सही तुलना के लिये तुला की बनावट उत्तम, प्रयोग की रीति दक्ष तथा सतर्क होनी चाहिए।
- सामान्यतः दीपक जब वायुरहित स्थान पर रखा जाता है एवं इसकी लौ पर त्राटक किया जाता है तो इसके न हिलने के कारण मन क्रमशः बहिर्त्राटक - अंतःत्राटक प्रक्रिया द्वारा स्थिर हो जाता है।
- भावार्थ हुआ- जैसे सुरक्षित वायुरहित स्थान में रखे दीपक की लौ नहीं डोलती- यही उपमा योग के अभ्यास में लगे योगी के संयत चित्त की अवस्था की ओर संकेत करने के लिए दी गई है ।।
- सृष्टि के आदिकाल में न सत् था न असत् , न वायु थी न आकाश, न मृत्यु थी न अमरता, न रात थी न दिन, उस समय केवल वही था जो वायुरहित स्थिति में भी अपनी शक्ति से श्वास ले रहा था।
- ' सृष्टि के आदिकाल में न सत् था न असत्, न वायु थी न आकाश, न मृत्यु थी न अमरता, न रात थी न दिन, उस समय केवल वही था जो वायुरहित स्थिति में भी अपनी शक्ति से साँस ले रहा था।
- ' सृष्टि के आदिकाल में न सत् था न असत्, न वायु थी न आकाश, न मृत्यु थी न अमरता, न रात थी न दिन, उस समय केवल वही था, जो वायुरहित स्थिति में भी अपनी शक्ति से सांस ले रहा था।