वैजयन्तीमाला का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- सत्तावन साल पहले जब वैजयन्तीमाला को हिंदी फिल्मों के दर्शकों ने फिल्म बहार में पहली बार देखा , तो लगा कि दक्षिण भारत ने हिंदी सिनेमा को एक ग्लैमरस बाला उपहार स्वरूप भेंट की है।
- मीना कुमारी , नर्गिस , नूतन और वैजयन्तीमाला जैसी अभिनेत्रियाँ अपने अभिनय से दर्शकों का मन मोह लेती थी ! मीना कुमारी की लगभग सभी फिल्मों की कहानियाँ नायिका प्रधान ही हुआ करती थी।
- धन्यवाद इस काले तिल का राज बताने के लिये , गीत भी अति सुन्दर लगा, पहले तो सोचा कोई वैजयन्तीमाला का गीत होगा चित्र देख कर , लेकिन ध्यान से पढने पर तिल का राज खुला.
- सम्बन्धित आलेख-1 . वैजयन्तीमाला , झंडाबरदार और जयसियाराम !2.रुआबदार अफसर था कभी जमादार...3.सेना से फौजदारी तक…4.लाजमी है मुलाजिमों का लवाजमा 5.क्या हैं गुड़ी पड़वा और नवसंवत्सर 6.मिस्री पेपर और बाइबल 7.लंबरदार से अलमबरदार तक 8.सैनिक सन्या ...
- सम्बन्धित आलेख-1 . वैजयन्तीमाला , झंडाबरदार और जयसियाराम !2.रुआबदार अफसर था कभी जमादार...3.सेना से फौजदारी तक…4.लाजमी है मुलाजिमों का लवाजमा 5.क्या हैं गुड़ी पड़वा और नवसंवत्सर 6.मिस्री पेपर और बाइबल 7.लंबरदार से अलमबरदार तक 8.सैनिक सन्या ...
- निरुपा राय को मिला ‘ दीवार ' का रोल वैजयन्तीमाला ने इनकार किया , उस के पीछे एक कारण ये भी था कि उस में अमिताभ के अलावा शशि कपूर की भी माता बनना था।
- बिमल राय की ' देवदास ' में दिलीप कुमार ने देवदास , वैजयन्तीमाला ने नर्तकी चन्द्रमुखी , मोतीलाल ने चुन्नी बाबू व सुचित्रा सेन ने पारो का अभिनय जिस खूबसूरती से किया है वह आप शायद ही किसी फिल्म में अब देख पाएं।
- बिमल राय की ' देवदास ' में दिलीप कुमार ने देवदास , वैजयन्तीमाला ने नर्तकी चन्द्रमुखी , मोतीलाल ने चुन्नी बाबू व सुचित्रा सेन ने पारो का अभिनय जिस खूबसूरती से किया है वह आप शायद ही किसी फिल्म में अब देख पाएं।
- चाइल्ड आर्टिस्ट के तौर पर उनकी पहली फ़िल्म है “एक और सुहागन” , लेकिन उन्हें असली प्रसिद्धि मिली फ़िल्म “ब्रह्मचारी” से, जिसमें उन्होंने शम्मी कपूर के साथ काम किया और उसके बाद “ज्वेल थीफ़” से जिसमें उन्होंने वैजयन्तीमाला के छोटे भाई का रोल बखूबी निभाया।“
- अब ' नया दौर' को ही लें, कहाँ मिलेंगे ऐसे अजीत जो वैजयन्तीमाला को एक नज़र देख कर लट्टू हो जायें और उन्ही के घर में उनका हाथ पकड कर लाइन मारने लगें, मगर मज़ाल है कि चेहरे पर से भोलापन एक पल के लिये भी हटा हो.