वैद्युतिक का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- मुद्रण - माध्यम हो या वैद्युतिक श्रव्य - दृश्य माध्यम - पत्रकारिता क मूल प्रयोजन अपने समय और परिवेश में जो कुछ घटित होता है , उसे एक व्यापक जन-समूह तक सम्प्रेषित करना होता है।
- हो सकता है यह महंगा हो , क्योंकि वैद्युतिक चुम्बकों का उपयोग कर धातुओं को जब अलग-अलग किया जा सकता है ऐसी कोई 'आसान छंटाई' वाली क्षमता-संपन्न उपाय या साधन प्लास्टिक के लिए उपलब्ध नहीं है.
- हो सकता है यह महंगा हो , क्योंकि वैद्युतिक चुम्बकों का उपयोग कर धातुओं को जब अलग-अलग किया जा सकता है ऐसी कोई 'आसान छंटाई' वाली क्षमता-संपन्न उपाय या साधन प्लास्टिक के लिए उपलब्ध नहीं है.
- ये सल्फ़ेट वैद्युतिक रूप से रोधक होते हैं और इसलिए सल्फ्यूरिक एसिड से लेड को चार्ज स्थानांतरित करने में हस्तक्षेप करते हैं जिसके परिणामस्वरूप बैटरी से खींचा जा सकने वाला अधिकतम प्रवाह कम हो जाता है .
- कुछ वर्ष पूर्व अमेरिका के कुछ खोजियों ने एक आष्चर्यजनक प्रयोग इस विषय में किया कि प्राणी की मृत्यु के समय उसके शरीर को त्यागने पर वैद्युतिक परमाणुओं का अर्थात् उस आत्मा का भी फोटों उतारा जा सकता है।
- वेधशालाओं में खगोल यांत्रिकी आदि विषयों पर मौलिक अनुसंधान कार्य भी होता है , जिसमें यग्मक तंत्र, तारों का वर्णक्रमीय वर्गीकरण्, खगोलीय पिंडों का त्रैज्य वेग, फोटो वैद्युतिक फोटोमिति, अतिरिक्त आकाशगंगीय नीहारिकाएँ, तारों की आंतरिक रचना आदि का अध्ययन समाविष्ट है।
- डि एन ए ) , और बिशेष रूप से एकदिश उर्जा के माध्यम से किस तरह अपने बाधाओं को वैद्युतिक तरीके से अलग किया जा सकता है , और अपने सुप्त क्षमताओं को सक्रिय किया जा सकता है वह समझते हैं .
- डिजाइन में आमतौर पर ड्राइंग और विनिर्देश होते है , जो आम तौर पर ग्राहक वास्तुकार, इंटीरियर डिजाइनरों, सर्वेयरों, सिविल इंजीनियरों लागत इंजीनियरों (या मात्रा सवेयरों) यांत्रिक इंजीनियरों, वैद्युतिक इंजीनियरों, संरचनात्मक इंजीनियरों और आग संरक्षण इंजीनियरों सहित डिजाइनर टीम द्वारा तैयार किये जाते हैं.
- डिजाइन में आमतौर पर ड्राइंग और विनिर्देश होते है , जो आम तौर पर ग्राहक वास्तुकार, इंटीरियर डिजाइनरों, सर्वेयरों, सिविल इंजीनियरों लागत इंजीनियरों (या मात्रा सवेयरों) यांत्रिक इंजीनियरों, वैद्युतिक इंजीनियरों, संरचनात्मक इंजीनियरों और आग संरक्षण इंजीनियरों सहित डिजाइनर टीम द्वारा तैयार किये जाते हैं.
- वेधशालाओं में खगोल यांत्रिकी आदि विषयों पर मौलिक अनुसंधान कार्य भी होता है , जिसमें यग्मक तंत्र , तारों का वर्णक्रमीय वर्गीकरण् , खगोलीय पिंडों का त्रैज्य वेग , फोटो वैद्युतिक फोटोमिति , अतिरिक्त आकाशगंगीय नीहारिकाएँ , तारों की आंतरिक रचना आदि का अध्ययन समाविष्ट है।