वैपरीत्य का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- “जनभाषा है हिन्दी , जनभाषा बने हिन्दी” - अनगिनत बार कहे जाने वाले इन वाक्यों में एक अनोखा वैपरीत्य नजर आता है मुझे - एक आइरोनी (
- ] 1 . किंतु ; मगर ; लेकिन 2 . इतना होने पर भी ( पूर्व कथित स्थिति से वैपरीत्य या अंतर दिखाने वाला शब्द ) ।
- सोचा है , यह प्रेम कहीं क्यॉ दानव बन जाता है, और कहीं क्यॉ जाकर मिल जाता रहस्य-चिंतन से? काम नहीं, इस वैपरीत्य का भी मन ही कारण है.
- मेरे होठों में मन्थरा बैठ गयी थी क्या ! विभिन्न शब्द शक्तियों की अर्थवत्ता के वैपरीत्य की इतनी कठोर , यथार्थ और तीक्ष्ण अनुभूति शायद ही कभी किसी को हुई होगी .
- और जब ठोस पदार्थो में प्रकाश का वेग प्रयोग द्वारा नाप लिया गया , तब इस सिद्धांत के विपरीत वह वायु की अपेक्षा जल में कम निकला; यह वैपरीत्य इस सिद्धांत के लिये घातक था।
- लेकिन , अन्तर यह है कि हास्य में यह वैपरीत्य साधारण होता है और उसका कारण भी यत्किंचित ज्ञात रहता है, जबकि अद्भुत में वैपरीत्य का परिमाण अपेक्षाकृत अधिक होता है और उसका कारण भी अज्ञात रहता है।
- लेकिन , अन्तर यह है कि हास्य में यह वैपरीत्य साधारण होता है और उसका कारण भी यत्किंचित ज्ञात रहता है, जबकि अद्भुत में वैपरीत्य का परिमाण अपेक्षाकृत अधिक होता है और उसका कारण भी अज्ञात रहता है।
- नहीं तो शायद वह समझता कि ये दोनों ही कारण नहीं हैं , कारण है स्त्री-प्रकृति का एक निगूढ़ तत्त्व , उसका अत्यन्त सुलभ एक बाहरी वैपरीत्य , जिसमें उसका सौन्दर्य और उसकी सामंजसता छिपी हुई है ...
- लेकिन यदि परम्परा हमेशा परिवर्तन और वैपरीत्य की दिशाओं में फूटती चलती है तो अज्ञेय आगे के इतिहासकार को , प्रसाद की ही परम्परा में दिखाई देंगे।” (छठा दशक, लघु मानव के बहाने हिन्दी कविता पर एक बहस, पृ.
- लोककला के सर्वाधिक उल्लेखनीय लक्षणों में एक शहरों और सांस्कृतिक केन्द्रों की कला से इसका वैपरीत्य है , यद्यपि सारतः यह गैर-शहरी कला है , लेकिन वह ऐसी कला नहीं जो शहरी होना चाहती है मगर हो नहीं सकती।