व्यतीपात का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- ↑ अपरार्क ( पृ . 426 ) ने ' व्यतीपात ' की परिभाषा के लिए वृद्ध मनु को उदधृत किया है - ' श्रवणाश्विघनिष्ठार्द्रानागदैवतमस्तके।
- इसके अतिरिक्त व्यतीपात योग , संक्रान्ति में तथा चन्द्र-सूर्य ग्रहण में दान देने से और कुरुक्षेत्र में स्नान करने से जो पुन्य मिलता है .
- मास के अंतिम दिन , रिक्ता , अष्टमी , व्यतीपात और वैधृति योग , संपूर्ण तथा परिघ योग का पूर्वार्ध - ये विवाह में वर्जित हैं।
- मास के अंतिम दिन , रिक्ता , अष्टमी , व्यतीपात और वैधृति योग , संपूर्ण तथा परिघ योग का पूर्वार्ध - ये विवाह में वर्जित हैं।
- अशुभ योग हैं : 1 . विष्कुम्भ 2 . अतिगण्ड 3 . शूल 4 . गण्ड 5 . व्याघात 6 . वज्र 7 . व्यतीपात 8 .
- अशुभ योग हैं : 1 . विष्कुम्भ 2 . अतिगण्ड 3 . शूल 4 . गण्ड 5 . व्याघात 6 . वज्र 7 . व्यतीपात 8 .
- आगे के छह श्लोकों में योग , व्यतीपात, केंद्रभगण और बार्हस्पत्य वर्षों की परिभाषा दी गई है तथा अनेक प्रकार के मासों, वर्षों और युगों का संबंध बताया गया है।
- आगे के छह श्लोकों में योग , व्यतीपात, केंद्रभगण और बार्हस्पत्य वर्षों की परिभाषा दी गई है तथा अनेक प्रकार के मासों, वर्षों और युगों का संबंध बताया गया है।
- अमावस्या के साथ साथ मन्वादि तिथी , संक्रान्तिकाल व्यतीपात , गजच्दाया , चन्द्रग्रहण तथा सूर्य ग्रहण इन समस्त तिथीयो वारो में पितरो की तृप्ति के लिये श्राद्ध करना चाहिये।
- आगे के छह श्लोकों में योग , व्यतीपात, केंद्रभगण और बार्हस्पत्य वर्षों की परिभाषा दी गई है तथा अनेक प्रकार के मासों, वर्षों और युगों का संबंध बताया गया है।