शिखी का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- १ ९ १ २ में फ्रेंच मनो वज्ञानिक आल्फ्रेड विनए ने जाहिर किया की मानव की शारीरिक और मानसिक आयु अलग अलग होती है | हम अपने से बड़े लोगों का आदर करते है , की भाई आयु के साथ अनुभव जन्य ज्ञान की बढौती हुई होंगी | लेकिन अगर उन्होंने सुननेकी कला नहीं शिखी होती तो ?
- * २५०० वर्ष पहले भगवान् बुध्ध ने कहा था जिसे सुनने कला आती नहीं है , उस का शरीर बैल की तरह बढ़ता है पर प्रज्ञा नहीं बढ़ती|बाद में सन.१९१२ में फ्रेंच मनो वज्ञानिक आल्फ्रेड विनए ने जाहिर किया की मानव की शारीरिक और मानसिक आयु अलग अलग होती है|हम अपने से बड़े लोगों का आदर करते है,की भाई आयु के साथ अनुभव जन्य ज्ञान की बढौती हुई होंगी|लेकिन अगर उन्होंने सुननेकी कला नहीं शिखी होती तो?
- क्यूँ न चहकते विहंग हैं क्यूँ न सुनाई देती , बैलों की घंटियाँ क्यूँ न किसानो में वो उमंग है क्यूँ आशाएं खो रही रवि के प्रकाश में शरद-शोभा क्यूँ नहीं छाती अब आकाश में सौहार्द की सुवासित, सुरभि जाने कहाँ खो गई क्यूँ न खिलते पुष्प अब कोमल कास में क्यूँ न फुदकते खरगोस अब क्यूँ न दीखते पिक या शिखी क्यूँ सुना पड़ा है गावं का कूप एक अरसे से कोई पनहारन भी न दिखी क्यूँ सजते उज्ज्वल स्वप्न अब क्यूँ मिट गई नव-ह्रदय से हर्ष तरंग होता है सबेरा आज भी पर, क्यूँ न चहकते विहंग हैं.....