शीतलचीनी का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- जटामांसी 200 ग्राम , मिश्री 400 ग्राम , दालचीनी 50 ग्राम , शीतलचीनी 50 ग्राम , सौंफ 50 ग्राम और 50 ग्राम सोंठ को लेकर मिलाकर रख लें , फिर इसी मिश्रण को 3 से 6 ग्राम की मात्रा में दिन में सुबह और शाम सेवन करने से पेट दर्द समाप्त हो जाता है।
- जटामांसी 200 ग्राम , मिश्री 400 ग्राम , दालचीनी 50 ग्राम , शीतलचीनी 50 ग्राम , सौंफ 50 ग्राम और 50 ग्राम सोंठ को लेकर मिलाकर रख लें , फिर इसी मिश्रण को 3 से 6 ग्राम की मात्रा में दिन में सुबह और शाम सेवन करने से पेट दर्द समाप्त हो जाता है।
- इसके अलावा सतगिलोय , शीतलचीनी , सफेद मूसली , कतीरा गोंद , सत शिलाजीत और प्रवाल पिष्टी सब 10 - 10 ग्राम , शीतल वंग 5 ग्राम , और भीमसेनी कपूर व केशर 1 - 1 ग्राम लेकर सभी अण्डर लाइन औषधियों को अलग करके बारीक चूर्ण कर कपड़छन कर लें तथा अन्य दवाऐं भी अलग बारीक करके डाल लें ।फिर गुलाबजल के साथ खरल करें।
- इसके अलावा सतगिलोय , शीतलचीनी , सफेद मूसली , कतीरा गोंद , सत शिलाजीत और प्रवाल पिष्टी सब 10 - 10 ग्राम , शीतल वंग 5 ग्राम , और भीमसेनी कपूर व केशर 1 - 1 ग्राम लेकर सभी अण्डर लाइन औषधियों को अलग करके बारीक चूर्ण कर कपड़छन कर लें तथा अन्य दवाऐं भी अलग बारीक करके डाल लें ।फिर गुलाबजल के साथ खरल करें।
- ६ . असगन्ध , विधारा , डाक के फूल , सफेद ईलायची ६ - ६ ग्राम , शीतलचीनी , वंशलोचन , सतगिलोय , अभ्रक भस्म १ २ - १ २ ग्राम , कपूर ७ ग्राम , लोंग , तालीशपत्र , नागरमोथा और सुहागे का फूला ३ - ३ ग्राम त्रिफला और त्रिकुटा ९ - ९ ग्राम , श्रंगभस्म , लौह भस्म रस सिन्दूर ६ - ६ ग्राम त्रिवंग भस्म रजत भस्म स्वर्ण भस्म ३ - ३ ग्रा म.
- ६ . असगन्ध , विधारा , डाक के फूल , सफेद ईलायची ६ - ६ ग्राम , शीतलचीनी , वंशलोचन , सतगिलोय , अभ्रक भस्म १ २ - १ २ ग्राम , कपूर ७ ग्राम , लोंग , तालीशपत्र , नागरमोथा और सुहागे का फूला ३ - ३ ग्राम त्रिफला और त्रिकुटा ९ - ९ ग्राम , श्रंगभस्म , लौह भस्म रस सिन्दूर ६ - ६ ग्राम त्रिवंग भस्म रजत भस्म स्वर्ण भस्म ३ - ३ ग्रा म.