शून्यवाद का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- ‘ माध्यमक ` लिख कर नागार्जुन ‘ शून्यवाद ` के प्रवर्तक बने।
- “ नागार्जुन का दर्शन - शून्यवाद - वास्तविकता का अपलाप करता है।
- वण्र्य-विषय है गौतम सम्मत प्रमाण का खंडन तथा तदुपरांत स्वाभिमत शून्यवाद का।
- वण्र्य-विषय है गौतम सम्मत प्रमाण का खंडन तथा तदुपरांत स्वाभिमत शून्यवाद का।
- इनमें से प्रमुख हैं : अपोहवाद , चित्राद्वैतवाद , शून्यवाद , संघातवाद।
- इनमें से प्रमुख हैं : अपोहवाद , चित्राद्वैतवाद , शून्यवाद , संघातवाद।
- - वहीं“नागार्जुन का दर्शन - शून्यवाद - वास्तविकता का अपलाप करता है।
- कारर्ण-कार्य के स्पश्ट सिद्धंात को परवर्ती बौद्ध शून्यवाद में ढाल देते हैं।
- शून्यवाद का यह शून्य वेदांत के ब्रह्म के बहुत निकट आ जाता है।
- उनका दर्शन कुछ-कुछ शून्यवाद के सिद्धांत व बौद्ध धर्म के दर्शन जैसा था।