षडानन का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- एक और; ' ढोल गंवार शूद्र पशु नारी' का उल्लेख कर तुलसी को नारी निंदक कहनेवाले यह भूल जाते हैं कि 'जय-जय गिरिवर राज किशोरी, जय महेश मुख चन्द्र चकोरी, जय गजवदन षडानन माता, जगत जननि दामिनी दुति गाता' में तुलसी नारी को 'जगत जननि' कहकर उसकी मान वन्दना करते हैं. यहाँ 'पशु नारी' का अर्थ 'पशु और नारी' नहीं 'पशुवत नारी' अर्थात पशु की तरह अमर्यादित आचरण करनेवाली नारी है.
- विधिवत् वह “ वेद विद्याव्रतस्नात ' ' था राजनीति-निपुण , सकल कला-निधि था चारों वेद , षट् शास्त्र कण्ठस्थ थे उसको जिससे कि ‘‘ दशानन '' पद उसे प्राप्त था बढ़ गया इस भांति वह ‘‘ चतुरानन '' से पूजनीय ‘‘ पंचानन '' और ‘‘ षडानन ” से जिस भांति गुरु से भी गुरु पटु वटु हो , वट से बृहत् वट-बीज का वितान हो , उसके समान अद्यावधि वेद-विद्या से- विद्योतित अनवद्य हुआ नहीं विश्व में रावण था नाम उस वीर स्वाभिमानी का चलने से जिसके दहलती यों धरणि- हस्ति-पग से ज्यों डगमग होती तरणि।