संचारी भाव का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- और जब अश्रु सात्त्विक की ओर देखते हैं तो स्मरण संचारी भाव
- संयोग से मुख का एक स्थायी भाग है , दूसरा संचारी भाव है।
- पर जिस प्रकार हर्ष , अमर्ष आदि संचारी भाव प्रकट होंगे वैसे ही कभी-कभी
- संयोग से मुख का एक स्थायी भाग है , दूसरा संचारी भाव है।
- अनुभाव और संचारी भाव के प्रदर्शन द्वारा भाव की अनुभूति श्रोता या दर्शक
- परन्तु , इन सभी व्यक्तित्वों के संचारी भाव के पीछे स्थाई भाव अनवरत् है ।
- रस के ४ अंग स्थायी भाव , विभाव , अनुभाव व संचारी भाव हैं-
- हर्ष संचारी भाव , वात्सल्यपूर्ण-स्नेह स्थायीभाव द्वारा वात्सल्य रस का पूर्ण परिपाक हो रहा है।
- अर्थात् विभाव , अनुभाव और संचारी भाव के संयोग से रस की निष्पत्ति होती है।
- ' निर्वेद ' काशीनाथ जी का स्थायी भाव नहीं तो संचारी भाव अवश्य है।