संदेह रहित का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- क्षेत्र है पञ्च महाभूत + [ मन , बुद्धि एवं अहंकार + चेतना + आत्मा + सभीं प्रकार के विकार + सभी प्रकार के द्वैत्य + धृतिका ] / क्ष ेत्रज्ञ के सम्बन्ध में प्रभु श्री कृष्ण कहते हैं , यह मैं हूँ जो क्षेत्र को समझता है / ज्ञान - विज्ञान उसे कहते हैं जिससे साकार - निराकार का संदेह रहित बोध होता है /
- विज्ञान वह है जो इन्द्रियों , मन और बुद्धि के सहयोग से मिलता है और ज्ञान वह है जो चेतना से टपकता है , कभी - कभी किसी - किसी को और जो संदेह रहित स्थिति में मन - बुद्धि में प्रभु की किरण को दिखाता है ॥ ज्ञान वह है -जो मन - बुद्धि में निर्विकार ऊर्जा का संचार करे और ..... विज्ञान वह है जो .......
- ऋषि एवं वैज्ञानिक ऋषि की यात्रा सत्य परआधारित होती है और वैज्ञानिक की यात्रा संदेह पर आधारित है-जितना गहरा संदेह होगा उतनी गहरी बात निकलेगी ऋषि का मन स्थिर तथा बुद्धि संदेह रहित होती है और वैज्ञानिक का मन चंचल एवं बुद्धि भ्रमित रहती हैवैज्ञानिक जो कुछ भी बोलता है वह उसको सिद्ध करना चाहता है लेकिन ऋषि पहले तो बोलता ही बहुत कम है उसे बुलवाया जाता है और जो बोलता है उसे सिद्ध करने की बात उसके अंदर आती ही नहीं वैज्ञानिक अपनी बात को क्यों सिद्ध करता है ? इसका दो कारणहैं ......