सकर्मक क्रिया का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- प्रश्न पूछने पर कुछ भी उत्तर नही मिलता ।२ . सकर्मक क्रिया :- सकर्मक क्रिया का शाब्दिक अर्थ है- कर्म सहित ।
- प्रश्न पूछने पर कुछ भी उत्तर नही मिलता ।२ . सकर्मक क्रिया :- सकर्मक क्रिया का शाब्दिक अर्थ है- कर्म सहित ।
- प्रश्न पूछने पर कुछ भी उत्तर नही मिलता ।२ . सकर्मक क्रिया :- सकर्मक क्रिया का शाब्दिक अर्थ है- कर्म सहित ।
- नोट - जब क्रिया में क्या , किसे ,किसको का प्रश्न करने पर उत्तर मिल जाता है,उसे सकर्मक क्रिया कहते है।
- - वाक्य में बनाया सकर्मक क्रिया का कर्म गंगाधर है , किन्तु इतने मात्र से इस कर्म का आशय स्पष्ट नहीं होता।
- ।।।द्विकर्मक क्रियाः जिस सकर्मक क्रिया का अर्थ स्पष्ट करने के लिए वाक्य में दो क्रम प्रयुक्त होते हैं , उसे द्विकर्मक क्रिया कहते हैं।
- ऊपर जो सकर्मक क्रिया के रूपों के उदाहरण दिए गए हैं वे ठेठ या पूरबी अवधी के हैं और उनमें पुरुषभेद बराबर बना हुआ है।
- 1 . कत्तर्ाा कारक में भूतकालिक सकर्मक क्रिया के साथ ब्रजभाषा एवं खड़ी बोली में ' ने ' का प्रयोग होता है , किन्तु अवधाी में ऐसा नहीं होता।
- - वाक्य में पढ़ता है क्रिया का व्यापार श्याम करता है , किन्तु इस व्यापार का फल पुस्तक पर पड़ता है, इसलिए पढ़ता है सकर्मक क्रिया है और पुस्तक कर्म शब्द कर्म है।
- ।।।अपूर्ण सकर्मक क्रियाः जिस सकर्मक क्रिया का पूरा आशय स्पष्ट करने के लिए वाक्य में कर्म के साथ अन्य संज्ञा या विशेषण का पूर्ति के रूप प्रयोग होता है , उसे अपूर्ण सकर्मक क्रिया कहते हैं।