सकल का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- जगदीश सकल जगत का तू ही अधार है
- आसा मनसा सकल त्यागि कै जगतें रहे निरासा।
- सकल संसार हथेली बसे हनुमन्त भैरव बसे लिलार।
- सकल नारी रूप जग के , अंश मेरे !
- स्थिर जाम्बवान , - समझते हुए ज्यों सकल भाव,
- जासु कृपाँ सो दयाल द्रवउ सकल कलिमल दहन॥2॥
- ससि सत कोटि सुसीतल समन सकल भव त्रास।।
- गौ बछड़े के प्रेम को , जाने सकल जहान ।
- सहि कुबोल साँसति सकल अँगइ अनट अपमान ।
- परमब्रम्ह ही हैं ' सलिल', सकल सृष्टि के मूल।