सम्प्रदान का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- आशा के द्वारा तो हमारा उद्धार हुआ है {अंग्रेजी से सही अनुवादः- क्योंकि इसी आशा में हमारा उद्धार हुआ था } ' ' उसका क्या अर्थ है-“इसी आशा में हमारा उद्धार हुआ था?” यह एक सम्प्रदान कारक है (टे गार एलपिडि ईसोथेमैन)।
- इसके अतिरिक्त अपने पापों को नष्ट करने के लिए ' सूर्योपासना' पुत्र की कुशल-मंगल कामना और सुरक्षा के लिए, 'चन्द्रोपासना,' अच्छे स्वास्थ्य के लिए 'सोमोपासना,'मोक्ष-प्राप्ति के लिए 'प्राणोंपासना' तथा पुत्र को अपने सम्पूर्ण जीवन का दायित्व-भार सौंपते समय 'सम्प्रदान कर्म' का बड़ा ही सांगोपांग वर्णन किया है।
- इसके अतिरिक्त अपने पापों को नष्ट करने के लिए ' सूर्योपासना' पुत्र की कुशल-मंगल कामना और सुरक्षा के लिए, 'चन्द्रोपासना,' अच्छे स्वास्थ्य के लिए 'सोमोपासना,'मोक्ष-प्राप्ति के लिए 'प्राणोंपासना' तथा पुत्र को अपने सम्पूर्ण जीवन का दायित्व-भार सौंपते समय 'सम्प्रदान कर्म' का बड़ा ही सांगोपांग वर्णन किया है।
- जैसा कि पूर्व में कहा गया , जिस तरह हरेक मूल कथन में उसके वाचक/प्रस्तोता के व्यक्तित्व का कत्र्ता, करण, सम्प्रदान आदि शामिल होता है, उसी प्रकार अनूदित पाठ में भी, मूल पाठ के प्रति तमाम निष्ठा रखे रहने के बावजूद अनुवादक का व्यक्तित्व भी शामिल होता है।
- इसके अतिरिक्त अपने पापों को नष्ट करने के लिए ' सूर्योपासना ' पुत्र की कुशल-मंगल कामना और सुरक्षा के लिए , ' चन्द्रोपासना , ' अच्छे स्वास्थ्य के लिए ' सोमोपासना , ' मोक्ष-प्राप्ति के लिए ' प्राणोंपासना ' तथा पुत्र को अपने सम्पूर्ण जीवन का दायित्व-भार सौंपते समय ' सम्प्रदान कर्म ' का बड़ा ही सांगोपांग वर्णन किया है।
- इसके अतिरिक्त अपने पापों को नष्ट करने के लिए ' सूर्योपासना ' पुत्र की कुशल-मंगल कामना और सुरक्षा के लिए , ' चन्द्रोपासना , ' अच्छे स्वास्थ्य के लिए ' सोमोपासना , ' मोक्ष-प्राप्ति के लिए ' प्राणोंपासना ' तथा पुत्र को अपने सम्पूर्ण जीवन का दायित्व-भार सौंपते समय ' सम्प्रदान कर्म ' का बड़ा ही सांगोपांग वर्णन किया है।
- चिह्न अर्थ कारक ने जो काम करे कर्ता को जिस पर काम का प्रभाव पड़े कर्म से जिसके द्वारा काम हो करण के लिए जिसके लिए काम हो सम्प्रदान से जिससे कोई वस्तु अलग हो अपादान का , के , की जो किसी से सम्बन्ध बताए सम्बन्ध में , पर या स्थान हो जो काम करने का आधार अधिकरण हे , अरे जिसे सम्बोधन किया ( पुकारा ) जाए सम्बोधन